पटना एम्स में छात्र नेता कन्हैया चिकित्सकों से भिड़े, मामला दर्ज
पटना, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)| जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उनके समर्थकों पर पटना अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सकों ने मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। एम्स प्रशासन ने इस मामले की एक प्राथमिकी सोमवार को पटना के फुलवारी थाना में दर्ज करवाई। फुलवारी थाना के प्रभारी मोहम्म्द कैसर आलम ने बताया कि एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ़ सी़ एम़ सिंह के लिखित बयान पर एम्स में चिकित्सकों के साथ मारपीट करने और दुर्व्यवहार करने के मामले की एक प्राथमिकी फुलवारी थाना में दर्ज कर ली गई है। इसमें कन्हैया कुमार और उनके 80 से 100 समर्थकों को आरोपी बनाया गया है।
इससे पहले, रविवार की रात चिकित्सकों के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद से एम्स के सभी चिकित्सक हड़ताल पर चले गए थे। बाद में एम्स प्रशासन द्वारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद चिकित्सक काम पर लौट आए।
कन्हैया कुमार पर आरोप लगाया गया है कि वह रविवार की रात एम्स में भर्ती अपने एक मित्र और एआईएसएफ नेता सुशील कुमार से मिलने पहुंचे थे। कन्हैया के साथ उनके करीब 40-50 समर्थकों ने ट्रॉमा इमरजेंसी में जाने का प्रयास किया। वार्ड में तैनात चिकित्सकों ने जब उनके समर्थकों को वापस जाने को कहा, तब उन्होंने चिकित्सकों उनके साथ दुर्व्यवहार किया और हाथापाई भी की।
इससे पहले कन्हैया के समर्थकों को जब सुरक्षा गार्ड ने रोकने की कोशिश की तो गार्ड के साथ भी मारपीट की गई। काफी देर तक इसे लेकर एम्स में हंगामा होता रहा।
पटना एम्स के रेजिडेंस डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) के अध्यक्ष डॉ़ विनय कुमार ने बताया कि इस मामले की प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद सभी चिकित्सक काम पर लौट आए हैं। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि एम्स प्रशसन द्वारा अब तक चिकित्सकों की सुरक्षा, परिसर में सभी मुख्य स्थानों पर सीसीटीवी लगाया जाना, हथियारबंद सुरक्षाकर्मी तैनात करने सहित कई मांगें अभी भी पूरी नहीं की गई हैं।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर एम्स प्रशासन इन मांगों पर पांच दिनों के अंदर विचार नहीं करती है तो चिकित्सकों की बैठक कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।