IANS

महिला सुरक्षा पर कांग्रेस का भाजपा पर हमला

नई दिल्ली, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ कथित अपराधों तथा ऐसे मामलों में फंसे भाजपा नेताओं को राज्य सरकारों द्वारा बचाने का आरोप लगाया। देश भर में, खासकर भाजपा शासित राज्यों में महिलाओं के खिलाफ हुए विभिन्न अपराधों का हवाला देते हुए कांग्रेस ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया।

कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने यहां संवाददाताओं को बताया, “उन्नाव (उत्तर प्रदेश) से कठुआ (जम्मू एवं कश्मीर) और गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 वर्षीय लड़की के साथ दुष्कर्म तक, भाजपा शासित राज्यों में दुष्कर्म की कई जघन्य घटनाएं हुई हैं, जिनमें भाजपा नेता आरोपी हैं और भाजपा सरकारें उन्हें बचा रही हैं।”

विपक्षी पार्टी ने इस मामले पर मोदी से सवाल किया कि राष्ट्रीय महिला सुरक्षा नीति 2016 को रोक कर क्यों रखा गया है।

कांग्रेस नेत्री ने सवाल किया, “लोकसभा में स्पष्ट बहुमत के बावजूद महिला आरक्षण विधेयक पारित नहीं हुआ है। राष्ट्रीय महिला नीति 2016 पर मोदी ने कोई काम क्यों नहीं किया? क्या ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें महिला आरक्षण विधेयक की बात की गई है?”

छत्तीसगढ़ में भाजपा के एक कार्यक्रम में कथित रूप से महिलाओं के अंत:वस्त्रों की जांच कर उन्हें असहज करने की घटना के लिए उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से महिलाओं से माफी मांगने की मांग की। कार्यक्रम को अमित शाह ने संबोधित किया था।

उन्होंने कहा, “इस घटना से एक बार फिर भाजपा की महिला विरोधी मानसिकता का पर्दाफाश हुआ है। कांग्रेस सुरक्षा के नाम पर किए गए इस काम को उत्पीड़न मानती है और इस घटना में शामिल पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। शाह को छत्तीसगढ़ और देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।”

कांग्रेस ने मोदी से सवाल किया और कहा कि मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतरगत एक लड़की के लिए मात्र पांच पैसे आवंटित हुए हैं।

उन्होंने कहा, “क्या यह सच नहीं है कि मोदी सरकार ने निर्भया कोष में से पिछले चाल सालों में सिर्फ 825 करोड़ रुपये ही खर्च किए हैं?”

चतुर्वेदी ने सवाल किया, “क्या यह सच नहीं है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध भाजपा शासित राज्यों में सर्वाधिक हैं?”

 

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