स्तन कैंसर की जागरूकता को लखनऊ में ‘पिंक हाफ मैराथन’
लखनऊ, 7 अक्टूबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने रविवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय एवं यूपी एथलेटिक्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित ‘पिंक हाफ मैराथन’ का समापन पुरस्कार वितरित करके किया।
स्तन कैंसर की जागरूकता के लिए आयोजित मैराथन में महिलाओं एवं पुरुषों के लिए 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन, 6 किलोमीटर की क्रास कंट्री तथा 2 किलोमीटर के लिए वाकाथन का आयोजन किया गया था जिसमें हजारों प्रतिभागियों ने हिस्सा किया। (20:13)
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि कैंसर रोग पर विजय प्राप्त करने वाले दूसरों को प्रेरित करें। जीने की इच्छाशक्ति, सही समय पर जांच, परिवार का साथ व नियमित दवा से कैंसर पर विजय प्राप्त की जा सकती है। मन का विश्वास रोग पर विजय दिलाता है।
उन्होंने कहा कि कैंसर घातक रोग जरूर है पर जानकारी के अभाव में लोगों में भ्रांतियां व्याप्त है, परन्तु विज्ञान की प्रगति ने काफी हद तक भ्रांति दूर की हैं। लोगों में अभी भी कैंसर रोग को लेकर बहुत डर है। पूर्व में किसी को कैंसर रोग होता था तो लोग यह मान लेते थे कि मौत का समय आ गया है। यदि समय पर कैंसर रोग का पता चल जाये तो 30 प्रतिशत रोगियों को बचाया जा सकता है। कैंसर के निदान और उपचार के लिये अनेक नवीनतम मशीनें एवं दवाएं उपलब्ध हैं। विज्ञान ने बहुत प्रगति की है, वैज्ञानिक नये-नये अनुसंधान के माध्यम से रोग पर विजय प्राप्त करने के लिये प्रयास कर रहे हैं।
राज्यपाल ने स्तन कैंसर जागरूकता के लिये हाफ मैराथन आयोजन की सराहना की और कहा कि कैंसर रोग के प्रति बचाव एवं जागरूकता के लिये उचित प्रचार-प्रसार जरूरी है। राज्यपाल ने 1994 में अपने कैंसर रोग के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में महिलाओं की 6 किलोमीटर की क्रास कंट्री के लिये खुशबु गुप्ता, डिंपल सिंह, अम्बी पटेल को पुरस्कृत किया गया। 21 किलोमीटर हाफ मैराथन के लिये पारूल चैधरी, अर्पिता सैनी एवं सुधा पाल को पदक दिए गए। पुरुषों की 10 किलोमीटर क्रास कंट्री के लिए प्रमोद कुमार यादव, वीरेन्द्र वर्मा एवं जितेन्द्र कुमार को सम्मानित किया गया तथा 21 किलोमीटर मैराथन के लिए अविनाश सांबले, दुर्गा बहादुर, रतिराम सैनी को पदक दिये गये। इस अवसर पर विशिष्ट खिलाड़ियों सहित अन्य लोगों को भी प्रतिभाग करने के लिये सम्मानित किया गया।