राजा-महाराजा क्या जाने किसान का दर्द : शाह
रतलाम/इंदौर 6 अक्टूबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के दौरे पर आए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और इसी पार्टी की प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘राजा-महाराजा और उद्योगपति क्या जानेंगे किसानों के दर्द को।’ रतलाम जिले में जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “राजा-महाराजा और उद्योगपति किसान के दर्द को नहीं समझ सकते। उन्हें तो यह भी पता नहीं होगा कि सरसों खरीफ की फसल है या रबी की। शिवराज गरीब किसान के बेटे हैं, इसलिए वे किसानों का दर्द अच्छी तरह समझते हैं।”
शिवराज की पुलिस ने पिछले साल 6 जून को मंदसौर में आंदोलनकारी किसानों पर गोली चलाई थी, जिसमें 6 अन्नदाताओं की मौत हो गई थी।
भाजपा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में लिए गए निर्णयों का ब्यौरा दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां किसानों को उपज का दाम बढ़ाकर दिया जा रहा है, वहीं सिंचाई क्षमता में बढ़ोतरी हुई है और बिजली उत्पादन भी बढ़ा है।
इससे पहले, इंदौर के दशहरा मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा, “भाजपा के लिए देश सवरेपरि है, इसलिए दुश्मन देश की कोई हरकत बर्दाश्त नहीं की जा रही है। इतना ही नहीं, इस देश में एक भी घुसपैठिये को नहीं रहने देंगे।”
शाह ने कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दलों पर आरोप लगाया कि वे राजनीतिक लाभ के लिए घुसपैठियों का समर्थन करते हैं, मगर भाजपा के लिए देश से बढ़कर कोई नहीं है। इसलिए देश के विभिन्न राज्यों में बसे घुसपैठियों को निकाला जाएगा, देश में आने वाले समय में एक भी घुसपैठिया नहीं बचेगा।
कांग्रेस शासनकाल की नीतियों की आलोचना करते हुए शाह ने कहा कि बीते चार साल में मोदी सरकार ने समाज के हर वर्ग को सुविधाएं दी हैं। योजनाएं बनाई हैं, मध्यप्रदेश सहित देश के अन्य हिस्सों के लोगों को इन योजनाओं का लाभ मिला है। किसानों के हित में फैसले लिए गए हैं।
कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार पर किए जा रहे हमलों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग मोदी सरकार से चार साल का हिसाब मांग रहे हैं, उन्हें अपनी चार पीढ़ियों का हिसाब देना चाहिए।
इससे पहले, विशेष विमान से इंदौर पहुंचे शाह की पार्टी नेताओं ने अगवानी की। शाह ने देवी अहिल्या बाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राजवाड़ा क्षेत्र स्थित महालक्ष्मी मंदिर में पूजा की।
शाह इंदौर से वायुयान से झाबुआ जाएंगे, जहां जनजातीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इसके बाद जावरा में किसान सम्मेलन में शामिल होंगे और उज्जैन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद वायुयान से इंदौर से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
इस दौरान एससी/एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में सड़कों पर उतरे लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारियों में करणी सेना और सवर्ण समाज के लोग शामिल थे। इनके विरोध प्रदर्शनों का दौर प्रदेश में कई हफ्तों से जारी है।