शेयर बाजारों में गिरावट, निफ्टी 11,000 से नीचे लुढ़का
मुंबई, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारतीय शेयर बाजार में बुधवार को जबरदस्त बिकवाली के दबाव में मंदी का माहौल छाने के कारण प्रमुख शेयर सूचकांकों ने गोते लगाए।
सेंसेक्स जहां डेढ़ फीसदी से ज्यादा लुढ़का वहीं, निफ्टी 11,000 के मनौवैज्ञानिक स्तर से नीचे लुढ़ककर करीब तीन महीने के निचले स्तर पर आ गया। डॅलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी और कच्चे तेल में आई हालिया तेजी से शेयर बाजार में नकारात्मक रुझान बना रहा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज के 30 शेयरों का संवेदी सूचकांक 550.51 अंक यानी 1.51 फीसदी लुढ़कर 35,975.63 पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के 50 शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी 150.05 अंक यानी 1.36 फीसदी लुढ़कर 10,858.25 पर बंद हुआ।
कारोबार के आरंभ में सेंसेक्स मजबूती के साथ 36,602.85 पर खुला मगर बिकवाली के दबाव में शेयरों में गिरावट बढ़ गई और कारोबार के दौरान सेंसेक्स लुढ़ककर 35,911.82 पर आ गया। वहीं, निफ्टी 11,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को बनाए रखने में भी नाकाम रहा।
सेंसेक्स में सबसे निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले पांच शेयरों में एमएंडएम में 6.66 फीसदी गिरावट दर्ज की गई जबकि टीसीएस के शेयर में 4.14 फीसदी, एक्सिस बैंक में 3.91 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 3.36 फीसदी और मारुति 2.86 में फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स में बेहतर प्रदर्शन करने वाले पांच प्रमुख शेयरों में यस बैंक के शेयर में 5.75 फीसदी का उछाल दर्ज किया गया, जबकि वीईडीएल में 3.09 फीसदी की बढ़त रही। कोल इंडिया के शेयर में 1.47 फीसदी और ओएनजीसी के शेयर में 1.45 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
बीएसई के सेक्टोरल सूचकांकों में ऑटो इंडेक्स 2.9 फीसदी लुढ़का जबकि टेक इंडेक्स 2.38 फीसदी गिरा। आईटी इंडेक्स में 2.23 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि मेटल इंडेक्स 1.74 फीसदी उछला, जबकि तेल व गैस इंडेक्स में 0.63 फीसदी और कैपिटल गुड्स इंडेक्स में 0.23 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
घरेलू मुद्रा रुपया डॉलर के मुकाबले लुढ़ककर अब तक के सबसे निचले स्तर 73.41 पर आ गया।
बाजार के जानकारों के अनुसार, रुपये में गिरावट और कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी का शेयर बाजार पर असर रहा जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ा। उधर, भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा की बैठक बुधवार को शुरू हो गई। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति शुक्रवार को अपने फैसले सुनाएगी। इससे भी बाजार में सतर्कता का माहौल बना रहा।