रिस्पना व बिंदाल नदियों के सौन्दर्य में चार चांद लगाएगा रिवर फ्रंट
उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना की समीक्षा की
उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना की समीक्षा की है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि सभी सम्बन्धित विभाग इस योजना के पूरा होना में आपसी तालमेल से काम करें।
उन्होंने आगे कहा कि रिस्पना व बिंदाल के पुनर्जीवीकरण के साथ ही इनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है। नदियों का सौन्दर्यीकरण देहरादून की पहचान बन सके, इसके लिए समेकित प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बताई।
सीएम ने निर्देश दिये है कि सभी सम्बन्धित विभाग रिवर फ्रंट योजना के क्रियान्वयन में आपसी समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि रिस्पना व बिंदाल के पुनर्जीवीकरण के साथ ही इनके सौन्दर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाना जरूरी है।#cmuttarakhand
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) October 1, 2018
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा,” इस संबंध में तैयार की गई कार्ययोजना को एमडीडीए, सिंचाई विभाग सहित सभी सम्बंधित विभाग गहनता से अध्ययन कर जल्द आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि साबरमती रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड से भी आवश्यक परामर्श व तकनीकि सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि इस दिशा मे कार्ययोजना के अनुसार जो भी काम किए जाने हैं और सुविधाओं का विकास किया जाना है, उसमें भी जल्द निर्णय लिया जाए।
बैठक में बताया गया कि इस परियोजना के प्रारम्भ मे रिस्पना व बिंदाल में क्रमशः 19 व 17 किलोमीटर क्षेत्र की डीपीआर तैयार की गई थी। इस क्रम मे योजना के प्रथम चरण मे रिस्पना के 2.5 कि.मी. तथा बिंदाल के 4.5 कि.मी. पर रिटेनिंग वॉल चैकडेम और आवश्यक स्ट्रक्चर के लिए 140.39 करोड़ रूपए की संस्तुति की गई थी।
इसके अंतर्गत रिस्पना व बिंदाल के दोनों तटों पर 2.7 कि.मी. लम्बाई में तटबन्दों का निर्माण किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने बैठक मे यह भी निर्देश दिये हैं कि देहरादून, हरिद्वार सहित प्रदेश के अन्य जनपदों में भी नदी श्रेणी सहित अन्य प्रकार की भूमि की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि यहां पर भी निवेश के लिए उद्यमियों को भूमि की उपलब्धता हो सकें।