‘अंतर्राष्ट्रीय इस्पात सम्मेलन’ 25 अक्टूबर से
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| भारतीय इस्पात संघ ने देश के पहले ‘अंतर्राष्ट्रीय इस्पात सम्मेलन’ के आयोजन की घोषणा की है, जो यहां 25-26 अक्टूबर को आयोजित की जाएगी। भारतीय इस्पात संघ ने इस्पात मंत्रालय के साथ मिलकर इस सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें मैसे फ्रैंकफर्ट आयोजन भागीदार के रूप में पहले संस्करण की मेजबानी करेगी। यहां जारी एक में भारतीय इस्पात संघ ने कहा है कि भारतीय इस्पात उद्योग 100 अरब डॉलर का है और तेजी से बढ़ रहा है, क्योंकि विनिर्माण, पूंजीगत वस्तुएं, वाहन और उपभोक्ता सामानों का क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में उद्योग नेतृत्व, बाजार को प्रभावित करनेवालों को साथ मिलकर इस क्षेत्र की चुनौतियों, अवसरों, भविष्य के नवोन्मेष और टिकाऊपन कारकों पर परिचर्चा के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
संघ के महासचिव डॉ. भास्कर चटर्जी ने कहा, इस सम्मेलन में इस्पात उद्योग के बारे में भारतीय परिप्रेक्ष्य के साथ वैश्विक परिप्रेक्ष्य पर भी चर्चा की जाएगी। इस्पात की मांग तेजी से बढ़ रही है। हमें भरोसा है कि अंतर्राष्ट्रीय इस्पात व्यापार और उसकी चुनौतियों पर चिंतन-मनन से इन क्षेत्रों को कारोबार अवसरों में सुधार का वातावरण बनाने में मदद मिलेगी।
बयान में केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा है, पिछले चार सालों में इस्पात उत्पादन 26 फीसदी बढ़ा है, जबकि इसका उपभोग 22 फीसदी बढ़ा है। देश में 86 फीसदी इस्पात का उत्पादन क्वालिटी कंट्रोल ऑर्डर के तहत किया जाता है। हर नए कदम और नई नीति और नवाचार के साथ हम और मजबूत होकर उभर रहे हैं।