आज जो भी हूं, लाइब्रेरी के कारण : मीनाक्षी लेखी
नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)| सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि लाइब्रेरी लोगों के बीच भेदभाव नहीं करती है, और अमीर-गरीब, लड़का-लड़की सबको ज्ञान प्रदान करती है, यह व्यक्तित्व बनाने में मदद करती है, जीवन को आसान और समुदायों को रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाती है। उन्होंने कहा कि ‘मैं आज जो भी हूं, लाइब्रेरी की वजह से हूं।’ मीनाक्षी शुक्रवार को भारतीय पब्लिक लाइब्रेरी मूवमेंट (आईपीएलएम) की पांचवीं सालगिरह पर आयोजित सम्मलेन को संबोधित कर रही थीं। इंडियन पब्लिक लाइब्रेरी मूवमेंट जो पांच साल पहले नौ पुस्तकालयों और चार साझेदारों के साथ दो राज्यों से शुरू हुआ था, अब 100 से अधिक जिलों में और 200 से अधिक सार्वजनिक पुस्तकालयों और विभिन्न स्तरों पर विभिन्न अवसरों पर भागीदारी, संचार और निरंतर संलग्नता के रूप में सैकड़ों अन्य पुस्तकालयों में फैल गया है।
यहां जारी बयान के अनुसार, इस अवसर पर इंडियन पब्लिक लाइब्रेरी मूवमेंट (आईपीएलएम) और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के बीच महाराष्ट्र में सार्वजानिक पुस्तकालयों में कौशल को बढ़ावा देने के लिए समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ।
आईपीएलएम की कार्यकारी निदेशक डॉ. शुभांगी शर्मा ने कहा, हमारे प्रयास अब परिणाम पैदा कर रहे हैं। यदि हम पिछले एक साल में 60 लाइब्रेरियों के नमूने से डेटा लेते हैं, तो 82 चाइल्ड कार्नर स्थापित या सक्रिय किए गए। बाल सदस्यों की संख्या में 2000 से 12000 तक वृद्धि हुई। सदस्यता तीन लाख से बढ़कर दोगुनी छह लाख हो गई। आगंतुक की संख्या 23 हजार से बढ़कर आठ लाख हो गई। यह लाइब्रेरियों को कार्यक्रमों और गतिविधियों की बढ़ती संख्या का परिणाम है।