हैदराबाद में व्यक्ति को दिनदहाड़े कुल्हाड़ी से काटा
हैदराबाद, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| हैदराबाद में बुधवार को दिनदहाड़े बीच सड़क पर एक व्यक्ति की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। इस घटना के दौरान पुलिस कर्मी भी पास में मौजूद थे, लेकिन वे भी कथित रूप से तमाशबीन बने रहे।
दो लोगों ने कुल्हाड़ी लेकर पीवीएनआर एक्सप्रेसवे के नीचे अट्टापुर सड़क पर पीड़ित व्यक्ति का पीछा किया और दहशतजदा लोगों के सामने उसकी हत्या कर दी।
एक हमलावर ने लगातार व्यक्ति पर हमला जारी रखा, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई।
पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति की पहचान 38 वर्षीय रमेश गौड़ के रूप में की है। वह पिछले साल महेश गौड़ नाम के आदमी की हत्या का मुख्य आरोपी था।
महेश के पिता कृष्णा गौड़ और चाचा लक्ष्मण गौड़ ने अपने बेटे की हत्या का बदला रमेश की मौत से लिया जब वह हत्या मामले में अदालत में पेश होने के बाद घर लौट रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी पास में मौजूद थे, लेकिन उन्होंने आरोपियों को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। पुलिस अधिकारियों ने दावा किया है कि वे अपने डंडे लेने गए थे।
सोशल मीडिया पर जारी हुए एक वीडियो में इस पूरी घटना के दौरान पुलिस गश्त वाहन को भी घटनास्थल से गुजरते हुए देखा जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि यह वाहन कुछ दूर आगे जाकर सड़क किनारे रुक गया था।
कुछ लोगों ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उनका प्रयास व्यर्थ चला गया। आरोपी पुलिस कर्मियों और पुलिस वाहन देखने के बावजूद भी नहीं डरे।
वीडियो में एक हत्यारे को रमेश की हत्या के बाद अपनी कमीज के बटन लगाते हुए देखा जा रहा है और इसके बाद वह अपना हाथ उठाकर जीत का इशारा करता है।
पुलिस ने आरोपियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का कहना है कि रमेश ने पिछले साल दिसम्बर में तीन व्यक्तियों की मदद से महेश की नृशंस रूप से हत्या की थी। ऐसा माना जा रहा है कि महेश की नजदीकियां रमेश की प्रेमिका से काफी बढ़ गईं थीं और इसी कारण रमेश ने महेश की हत्या की।
पुलिस के अनुसार, रमेश के एक महिला के साथ अवैध संबंध थे और उसके दोस्त महेश ने भी उसी महिला के साथ संपर्क बनाना शुरू कर दिया था। कई बार चेतावनी दिए जाने के बाद भी महेश पीछे नहीं हट रहा था और इसी गुस्से में रमेश ने महेश की हत्या की योजना बनाई।
तीन अन्य व्यक्तियों के साथ रमेश अपने शहर के पास एक मंदिर में यात्रा के लिए महेश को लेकर गया। महेश के पूरी तरह नशे में धुत होने के बाद रमेश ने एक चाकू से चलती गाड़ी में महेश का गला रेंत दिया।
इसके बाद, मंदिर के पास ही रमेश ने महेश के शव को जला दिया। यह अपराध तब सामने आया, जब एक कार की मरम्मत करने वाली दुकान पर काम करने वाले एक कर्मचारी ने उस कार में खून के धब्बे देखकर पुलिस से संपर्क किया।