पंजाब, हरियाणा में बारिश से धान की फसल को पहुंच सकता है नुकसान
चंडीगढ़, 22 सितंबर (आईएएनएस)| पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में शनिवार को हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत लेकर आई है क्योंकि असमय पड़ी बौछारों से कृषि राज्यों में खेतों में खड़ी धान की फसलों पर असर पड़ा है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने यहां कहा कि बारिश के चलते अधिकांश जगहों पर अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा है।
पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों के किसानों ने कहा कि जैसा कि धान की कटाई का काम जारी है, ऐसे में इस समय बारिश होना ठीक नहीं है।
फतेहगढ़ साहिब के किसान अजैब सिंह ने आईएएनएस को बताया, कटाई का काम जारी है और बारिश से फसल में नमी की मात्रा बढ़ जाएगी और अगर बारिश ऐसे ही होती रही तो फसल को नुकसान पहुंच सकता है।
रिपोटरें में कहा गया है कि लगभग कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार धान की फसलों को कई क्षेत्रों में नुकसान पहुंचा है।
पंजाब और हरियाणा में धान की खरीद एक अक्टूबर से शुरू होनी निर्धारित है।
कृषि एवं खाद्य व आपूर्ति विभागों के अधिकारी इस साल दोनों राज्यों से बड़े पैमाने पर धान की फसल होने की उम्मीद कर रहे हैं।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब में अपेक्षित 200 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद के लिए विस्तृत व्यवस्था की गई है।
चंडीगढ़ में कई जगहों पर जलभराव के कारण यातायात प्रभावित हुआ। हरियाणा के पंचकुला और पंजाब के मोहाली के अधिकारियों को भी जलभराव की शिकायतें मिली।
पंजाब और हरियाणा में राजमार्गों पर बारिश के कारण यातायात धीमा रहा।
पंजाब सरकार ने राज्यभर में 24 सिंतबर तक भारी बारिश होने को लेकर शुक्रवार को चेतावनी जारी की।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया कि पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में शनिवार देर शाम से लेकर सोमवार तक बड़े पैमाने पर बारिश हो सकती है।
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान दोआबा, माझा और मालवा के कई जिलों में भारी बारिश होने, यहां तक कि 12 सेंटीमीटर से भी ज्यादा बारिश होने की आशंका है।