मिसाल : पहाड़ी गाँवों के स्वच्छता दूत की तरह माने जाते हैं डीएम मंगेश घिल्डियाल
खुले में शौच जाने की आदत को खत्म करने और बड़े स्तर पर सफाई अभियान चलाने में किया काम
रिपोर्ट – सूरज प्रताप सिंह
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले के डीएम मंगेश घिल्डियाल अपने सफाई अभियान के लोकर लोगों के बीच प्रचलित हो रहे हैं। एक साल पहले जब उनको रूद्रप्रयाग ज़िले का कार्यभार सौंपा गया था, तो उनका सबसे प्राथमिक काम था, ज़िले के सुदूर पर्वती क्षेत्रों के गाँवों को कैसे साफ सुथरा बनाया जाए।
डीएम घिल्डियाल की यह पहल धीरे-धीरे रंग लाने लगी और इसका नतीजा यह हुआ है कि ज़िले के कई पर्वती क्षेत्र जैसे कि ऊखीमठ, अगस्त्यमुनि, चोपटा-तुंगनाथ के गांवों में लोगों को स्वच्छता की अहमियत समझ आ चुकी है।
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल आज ज़िले की नगर व ग्राम पंचायतों में जाना पहचाना चेहरा बन चुके हैं। डीएम मंगेश बताते हैं,” ज़िले में सबसे पहले तो खुले में शौच को खत्म करवाने के लिए बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान की मदद से जिला स्वच्छ बना, इसके साथ साथ हमने गाँवों व नगरों में घर-घर जाकर कूड़ा कलेक्ट किया। हम 20 बार भागीरथी नाले की भी सफाई कर चुके हैं।”
रुद्रप्रयाग ज़िले में डिएम मंगेश ने शुरूआती तौर पर नगर के सभी वार्डों में स्वच्छता चौपाल शुरू की इस चौपाल का मकसद था लोगों को स्वच्छता का असल मतलब समझाना। जब नगर में यह योजना सफल हुई ,तो उन्होंने गांवों का रुख किया। डीएम की इस कोशिश की मदद अभी तक 15 से अधिक गांव पूरी तरह से स्वच्छ हो गए हैं।
दुनिया के सबसे ऊंचे शिव मंदिर कहे जाने वाले भगवान तुंगनाथ के धाम व आस पास के क्षेत्र में हाल ही में डीएम मंगेश घिल्डियाल ने स्थानीय लोगों की मदद से सफाई अभियान किया।