टाटा मुंबई मैराथन की नई पहल ‘मुमकिन है-रन फॉर फुल’
मुंबई, 21 सितम्बर (आईएएनएस)| हॉफ मैराथन से फुल मैराथन में जाने के इच्छुक धावकों को प्रेरित और प्रशिक्षित करने के लिए टाटा मुंबई मैराथन ने शुक्रवार को एक नई पहल ‘मुमकिन है-रन फॉर फुल’ की घोषणा की।
टाटा मुंबई मैराथन ने यह पहल देश के लोकप्रिय फिटनेस ट्रेनिंग ग्रुप ‘स्ट्राइडर्स’ के साथ मिलकर शुरू की है।
‘मुमकिन है-रन फॉर फुल’ पहल का एक ही लक्ष्य है, फुल मैराथन का हिस्सा बनने के लिए उभरते धावकों को उनकी क्षमता से आगे बढ़ने की प्रेरणा देना।
इस पहल को ध्यान में रखते हुए टाटा मुंबई मैराथन ‘वन स्टॉफ सॉल्यूशन’ स्ट्राइडर्स के साथ मिलकर फुल मैराथन में दौड़ने के इच्छुक धावकों पर प्राथमिक रूप से ध्यान देगी। उन्हें इसके लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित करेगी।
इस मौके पर प्रोकैम इंटरनेशनल विवेक बी. सिंह ने कहा, प्रोकैम रनिंग से दौड़ के लिए एक पर्यावरण तैयार किया गया है, लेकिन फुल मैराथन की ओर विकास और प्रतिबद्धिता सीमित है। ‘मुमकिन है-रन फॉर फुल’ का लक्ष्य आगामी भविष्य में करीब 20,000 धावकों को फुल मैराथन के लिए प्रशिक्षित करना है। हम खुश हैं कि स्ट्राइडर्स ने इस चुनौती को आगे बढ़कर स्वीकारा है। आशा है कि उनका अनुभव और प्रशिक्षण धावकों को हॉफ से फुल मैराथन में शामिल होने में मदद करेगा। हम चाहते हैं कि सभी भारतीय 42 किलोमीटर दौड़ के लिए सोचें कि यह अब मुमकिन है।
स्ट्राइडर्स माइल्स के सह संस्थापक प्रफुल उचिल ने कहा, यहां हम लोगों के जीवन में बदलाव लाने की कोशिश और समाज में एक मजबूत प्रभाव लाने का प्रयास करते हैं। हम जानते हैं कि मैराथन में दौैड़ना एक जीवन बदल देने वाला अनुभव है। अपने सह-संस्थापक दीपक लोंधे के साथ मेरा और पूरे स्टाइडर्स का लक्ष्य है कि फुल मैराथन में भारत में अधिक से अधिक लोगों को शामिल किया जाए। टाटा मुंबई मैराथन ने हमें यह मंच प्रदान किया है, ताकि हम इस लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ सकें।