विदेश सेवा के अधिकारियों ने माना उत्तराखंड का सौन्दर्य स्वीट्जरलैंड से कहीं बेहतर
राज्य में 03 हज़ार एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों ने मुलाकात की है। कई राज्यों के साथ समन्वय और प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड के भ्रमण पर आए इन अधिकारियों में एम्बेसडर ऑफ इंडिया टू द रिपब्लिक ऑफ सुरीनाम महेन्द्र सिंह कन्याल, निदेशक(एडीपी) विदेश मंत्रालय भारत सरकार कार्तिक पाण्डे, डिप्टी चीफ ऑफ मिशन, एम्बेसी ऑफ इंडिया तेहरान देवेश उत्तम, काउंसलर (पॉलिटिकल) हाई कमीशन ऑफ इंडिया जार्जटाउन, गुयाना आर के परिन्दिया, डायरेक्टर डिजारमामेंट, विदेश मंत्रालय मयंक जोशी शामिल थे।
इस मौके पर विदेश सेवा के अधिकारियों ने कहा कि उत्तराखंड का सौन्दर्य स्वीट्जरलैंड से भी बेहतर है। यहां के चारधाम व अन्य पर्यटक स्थल जैसे हरिद्वार व ऋषिकेश पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र हैं। उन्होंने राज्य में मुख्यमंत्री की पहल की सराहना की और जल संचय की दिशा में पहाड़ों की झीलों व झरनों के जल संचय की दिशा में प्रयास की बात कही। उन्होंने राज्य के विकास में सहयोग का भी आश्वासन मुख्यमंत्री को दिया।
विदेश सेवा के इन अधिकारियों का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,” उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शुमार करने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने कई क्षेत्रों में प्रभावी पहल की जा रही है। पर्वतीय राज्य होने और लगभग 71 प्रतिशत वन क्षेत्र होने के कारण राज्य में औद्योगिकीकरण के लिए भूमि की उपलब्धता सीमित है। बावजूद राज्य में 03 हज़ार एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जा रहा है।”
उन्होंने आगे कहा कि देश व दुनिया के निवेशक राज्य के प्रति आकर्षित हो इसके लिए अक्टूबर में इन्वेस्टर मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। डेस्टिनेशन उत्तराखंड इसकी थीम रखी गई है। सिंगापुर, जापान जैसे देश इसमें भाग ले रहे हैं।