भारत में ‘मोगली’ को स्वीकार्य बनाने का दबाव ज्यादा : फ्रीडा पिंटो
नई दिल्ली, 11 सितंबर (आईएएनएस)| अभिनेत्री फ्रीडा पिंटो का कहना है कि जो दर्शक टीवी संस्करण ‘द जंगल बुक’ के थीम गीत ‘जंगल-जंगल पता चला है’ के साथ बड़े हुए हैं, उनको लेकर एंडी सेरकिस की एडवेंचर काल्पनिक फिल्म ‘मोगली’ की क्रिएटिव टीम डार्क थीम के साथ भारत में इसे दर्शकों के लिए स्वीकार्य बनाने को लेकर दबाव में है।
रुडयार्ड किपलिंग की मशहूर बाल पुस्तक ‘द जंगल बुक’ की कहानी पर आधारित फिल्म में बाल कलाकार रोहन चंद मोगली की भूमिका में है। फिल्म में फ्रीडा पिंटो और मैथ्यू रीस जैसे कलाकार हैं। अभिनेता क्रिश्चन बेल, केट ब्लैंचेट, बेनेडिक्ट कंबरबैच, नेओमी हैरिस और सर्किस जैसी मशहूर हॉलीवुड हस्तियां भी फिल्म का हिस्सा हैं।
अभिनेत्री ने कहा कि भारतीय दर्शकों के लिए यह फिल्म एक छोटी सी अच्छी सरप्राइज है, जिस पर उन्हें गर्व है।
फ्रीडा ने कहा, ‘मोगली’ के निर्माताओं ने वास्तव में जो चीज महसूस की, वह भारत में फिल्म को स्वीकार्य बनाने को लेकर बड़े दबाव के बारे में है, क्योंकि हम गुलजार के लिखे गीत ‘जंगल जंगल पता चला है’ (थीम गीत) को सुनते हुए बड़े हुए हैं, ेलेकिन फिल्म निश्चित रूप से भारतीय दर्शकों को प्रभावित करने जा रही है और मुझे लगता है कि ऐसा करने के लिए उनके पास रचनात्मकता का सही संयोजन है।
सेरकिस इस बात को पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि कहानी का उनका संस्करण परी कथा नहीं है और दर्शकों को फिल्म में जानवरों के नाचने और गाने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। यह एक इंसान के बच्चे मोगली के बारे में है, जिसका पालन-पोषण भारत के जंगल में भेड़ियों के झुंड ने किया।
इस फिल्म में फ्रीडा मेजुआ के किरदार में हैं। फिल्म को 2019 में रिलीज करने के लिए नेटफ्लिक्स ने अधिग्रहीत किया है।