बाल तस्करी पर आधारित फिल्म ‘पाखी’ को ‘ए’ प्रमाणपत्र
नई दिल्ली, 5 सितम्बर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय पुरस्कार ‘नाट्य भूषण’ प्राप्त फिल्मनिर्माता सचिन गुप्ता की बाल तस्करी पर आधारित फिल्म ‘पाखी’ को केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की संशोधन समिति ने ‘ए’ प्रमाणपत्र दिया है। ‘ए’ प्रमाणपत्र देने के पीछे का कारण फिल्म की शैली को बहुत ही गहन और गंभीर बताया गया है। यह केवल व्यस्क दर्शकों के लिए उपयुक्त है।
गुप्ता ने आईएएनएस को बताया, यह 21 सितंबर को रिलीज होगी। लेकिन वह ज्यादा उत्साहित नहीं हैं।
संशोधन समिति द्वारा दिए गए पत्र के मुताबिक, यह फिल्म अप्रतिबंधित सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन यह वयस्कों के लिए सार्वजनिक प्रदर्शन के रूप में उपयुक्त हो सकती है, बशर्ते इस फिल्म में संशोधन किया जाए।
फिल्मनिर्माता को पूरे आइटम गीत ‘खबरें गर्म’ को हटाने, जहां भी ‘काली पूजा’ संवाद में ‘काली’ का इस्तेमाल हुआ है, उस शब्द को हटाने, ‘मंत्रीजी’ को ‘नेताजी’ से बदलने के लिए कहा गया है।
गुप्ता ने कहा, अगर उन्हें लगता है कि आइटम गीत भारतीय सिनेमा का हिस्सा नहीं है तो उन्हें अब से प्रत्येक फिल्म से आइटम गीत को हटाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, मैं इस गाने को बनाने में लाखों रुपये खर्च किए हैं और यह गाना बिल्कुल साफ है। मैं सेंसर बोर्ड के साथ सहयोग करने को तैयार हूं, बशर्ते नियम सभी के लिए होने चाहिए और किसी स्वतंत्र फिल्मनिर्माता को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
‘पाखी’ पहले 10 अगस्त को रिलीज होने वाली थी, लेकिन सीबीएफसी ने इसकी असभ्य सामग्री को देखते हुए प्रमाणपत्र नहीं दिया था।