असफल विश्व कप के बाद फिर मजबूत बनने की कोशिश में जर्मनी
बर्लिन, 4 सितम्बर (आईएएनएस)| इस साल रूस में हुए विश्व कप में असफल होने के कारण जर्मनी की टीम फिर से मजबूत बनने की कोशिश कर रही है। टीम के मुख्य कोच जोआचिम लो अपने करियर के सबसे मुश्किल टेस्ट का सामना करेंगे, जब उनकी टीम का सामना विश्व चैम्पियन फ्रांस से होगा।
जर्मनी को विश्व कप के ग्रुप स्तर से ही बाहर होना पड़ा था। अब वह गुरुवार को नेशनल लीग में फ्रांस से म्यूनिख में भिड़ेगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जर्मनी टीम के प्रशंसकों को उनकी राष्ट्रीय टीम भरोसा उठ गया है। 57 वर्षीय कोच जोआचिम को आशा है कि विश्व कप की असफलता के बाद वह अपनी टीम को फिर से मजबूत बना पाएंगे।
एक सर्वेक्षण में 80 प्रतिशत समर्थकों का कहना है कि उन्हें लगता है कि लॉ अपनी टीम को सफलता की राह पर फिर से ले जा पाने में असक्षण रहेंगे। कई लोग क्रांति की भी उम्मीद कर रहे हैं लेकिन निराश हैं, क्योंकि कोच ने पहले मैच के लिए विश्व कप टीम के 16 सदस्यों को नामांकित किया है।
साप्ताहिक पत्रिका ‘फोकस’ की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी का कहना है कि अगर जोआचिम टीम में सुधार करने में असफल रहे, तो नवम्बर तक उन्हें कोच पद से हटाया जा सकता है।
पूर्व मिडफील्डर दिएतमार हमान का भी मानना है कि अगर जोआचिम की टीम फ्रांस और पेरू के खिलाफ अगले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा।
जोआचिम का कहना है कि विश्व चैम्पियन फ्रांस का सामना करना टीम की गुणवत्ता को साबित करने के लिए मिली सही चुनौती है। वह इस नेशनल लीग के लिए बेहद संवेदनशील हैं और टीम के कई खिलाड़ी विश्व कप के नुकसान की भरपाई के लिए तैयार हैं।