‘शहरी नक्सलियों’ की गिरफ्तारी पर शिवसेना का पुलिस पर निशाना
मुंबई, 3 सितम्बर (आईएएनएस)| शिवसेना ने तथाकथित ‘शहरी-नक्सलियों’ की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र पुलिस पर सोमवार को निशाना साधा है। इन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का आरोप है। शिवसेना ने कहा, गिरफ्तारी के पीछे पुलिस का तर्क हास्यास्पद है.. इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पूर्ववर्ती सरकार को जनता ने सत्ता से बेदखल किया था, न कि वामपंथियों ने। अभी तक.. कम से कम लोकतांत्रिक प्रक्रिया से सरकार को बदलना संभव है।
शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में कहा है कि पुणे पुलिस को इस तरह की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए और सरकार को भी उन्हें इस तरह का मूर्खतापूर्ण बयान देने से रोकना चाहिए।
शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राजीव गांधी की शैली में निशाना बनाए जाने के पुलिस के बयान पर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी निडर और साहसी नेता थे..यह उनका साहस था, जिसके चलते उन्होंने जान गंवाई। लेकिन मोदी इस तरह का साहस कभी नहीं दिखा पाएंगे।
सेना ने कहा कि मोदी को पहले से ही दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा प्राप्त है और यहां तक कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता और उनकी सुरक्षा में सेंध नहीं लगा सकता।
पुलिस के तर्क को खारिज करते हुए महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी दल शिवसेना ने कहा है कि अगर मुट्ठीभर वामपंथियों में इतनी राजनीतिक ताकत होती तो वे पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और मणिपुर आदि में अपनी कम्युनिस्ट सरकार नहीं गंवाते।
पुणे पुलिस ने विभिन्न शहरों से सुधा भारद्वाज, गौतम नवलाखा, अरुण फरेरा और वेरनॉन गोंजाल्विस को गिरफ्तार किया है।
शिवसेना ने कहा कि इन गिरफ्तारियों में कहीं कुछ गड़बड़ है। भाजपा नए चुटकलों में उपहास का पात्र बने, इससे पहले सच्चाई जरूर सामने आनी चाहिए।