एम्बेसी इंटरनेशनल राइडिंग स्कूल के शुक्रगुजार हैं घुड़सवार फवाद
बेंगलुरु, 26 अगस्त (आईएएनएस)| इंडोनेशिया में जारी 18वें एशियाई खेलों के आठवें दिन रविवार को घुड़सवारी की व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी फवाद मिर्जा ने शानदार ट्रेनिंग के लिए एम्बेसी इंटरनेशनल राइडिंग स्कूल (ईआईआरएस) को धन्यवाद कहा और यहां मौजूद सुविधाओं की जमकर तारीफ की।
भारत ने इस स्पर्धा में दो रजत पदक जीते हैं। भारत को घुड़सवारी की एकल स्पर्धा में पहला रजत पदक फवाद ने दिलाया, वहीं दूसरा रजत टीम स्पर्धा में हासिल हुआ। मिर्जा ने सेनोर मेडिकोट नाम के घोड़े के साथ फाइनल में 26.40 सेकेंड में अपनी स्पर्धा को पूरा कर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
पांच साल की उम्र से घुड़सवारी सीख रहे मिर्जा के अलावा, टीम स्पर्धा में भी भारत ने दूसरा स्थान हासिल कर रजत पदक ही जीता। सेना के राकेश कुमार, आशीष मलिक और जीतेंद्र सिंह ने मिर्जा के साथ मिलकर 121.30 सेकेंड के साथ रजत पदक जीता।
मिर्जा ने कहा, हमारी जीत भारत के लिए गौरवान्वित क्षण है। मैं खुश हूं कि सेनोर मेडिकोट नाम के घोड़ा मेरा साथी रहा और मेरी टीम ने भी देश के लिए पदक जीता। मैं खुश हूं कि ईआईआरएस ने मुझे अपना पूरा सहयोग दिया। बिना उनके समर्थन के भारत के लिए घुड़सवारी में पदक जीतना एक सपना होता। मैं भविष्य में देश के लिए और भी पदक जीतना चाहता हूं।
सफल व्यवसायियों की फोर्ब्स सूची में शामिल ईआईआरएस के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक जितू वीरवानी ने कहा, भारत में घुड़सवारी खेलों के लिए यह एक गौरवपूर्ण समय है। एशियाई खेलों के सभी स्पर्धाओं में फवाद ने शानदार प्रदर्शन दिखाया है। हम जानते हैं कि उन्होंने कितने कम समय में कड़ी मेहनत के साथ यह उपलब्धि हासिल की है। यह जीत दिखाता है कि देश में इस खेल में कितनी प्रतिभाएं और संभावनाएं हैं।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि अगर इन खेलों में बेहतर सुविधाएं और उचित अवसर मिलता है तो हम आगे और पदक जीत सकते हैं।