बिहार : बक्सर की बेटी संजना ने मां के दर्द को सुरों में सजाया
पटना, 21 अगस्त (आईएएनएस)| बिहार के बक्सर की बेटी संजना की आवाज के आज लाखों लोग कायल हैं। बक्सर जिले की बसबीहा गांव की रहने वाली संजना के गाए ‘क्या गुनाह था मेरे बच्चे का’ गीत को अब तक 75 लाख से ज्यादा लोग सुन चुके हैं। दिल्ली से सटे गुरुग्राम स्थित एक निजी विद्यालय में सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न की गला रेतकर हत्या कर दिए जाने की घटना से पूरा देश मर्माहत है। इस घटना के बाद प्रद्युम्न की मां सुषमा ठाकुर का हर किसी से एक ही फरियाद होती थी, ‘क्या गुनाह था मेरे बच्चे का?’
ब्रिटिश लिंग्वा के प्रबंध निदेशक एवं जाने-माने लेखक डॉ़ बीरबल झा उस समय सुषमा के घर पहुंचे थे, तब भी उनकी यही फरियाद थी। लेखक झा ने सुषमा के इसी फरियाद को गीत में पिरो दिया। इस दर्दभरे गीत को अपने सुरों से संवारा बिहार के बक्सर जिले के निवासी योगेन्द्रनाथ तिवारी की बेटी संजना प्रियदर्शिनी ने।
झा कहते हैं कि इस गीत को सुनकर सभी की आंखें नम हो जाती हैं। बच्चों के प्रति ममत्व का भाव पैदा होता है। यह गीत यूट्यूब पर भी उपलब्ध है, जिसे अब तक देश-विदेश के लगभग 75 लाख से अधिक लोग सुन चुके हैं। भारत के बाद सबसे अधिक इस गीत को पाकिस्तान में सुना गया है।
उन्होंने कहा कि इस गीत ने सिद्ध कर दिया है कि क्षेत्र व भाषा कोई भी हो, मां की वेदना एक ही होती है। संजना इस समय दिल्ली में रहती हैं। वह एक प्राइवेट संस्था में वरिष्ठ संपादक के पद पर कार्यरत हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रद्युमन हत्या के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है।