मप्र : शिवपुरी में झरने में 34 लोग फंसे, 10 बहे
शिवपुरी/भोपाल, 15 अगस्त (आईएएनएस)| यहां सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने आए 34 लोग जलस्तर अचानक बढ़ जाने से जल प्रवाह के बीच फंसे हुए हैं।
इसके अलावा कम से कम 10 लोगों के बह जाने की आशंका जताई गई है। जबकि सात लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। जनसंपर्क विभाग के संचालक आशुतोष प्रताप सिह ने भोपाल में आईएएनएस को बताया कि 10 से ज्यादा लोगों के पानी के बहाव में बह जाने की सूचना मिली है। राहत और बचाव कार्य जारी है। सेना के हेलीकप्टर की मदद ली जा रही है।
जलप्रपात में लोगों के फंसे होने की सूचना मिलते ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर से मौके पर पहुंचे। उन्होंने संवाददाताओं को बताया है, चट्टान पर 34 लोग फंसे हुए हैं, राहत और बचाव कार्य जारी है। बीएसएफ और एनडीआरएफ के दल बुलाए गए है, इसके अलावा हेलीकॉप्टर की मदद पर भी पुन: विचार किया जा रहा है।
पुलिस आीक्षक राजेश हिगणकर ने संवाददाताओं को बताया, सात लोगों को सेना के हेलीकप्टर की मदद से सुरक्षित निकाल लिया गया है। वहीं अन्य लोगों को बचाने का अभियान जारी है। यह झरना शिवपुरी व ग्वालियर जिले की सीमा पर मोहना गांव के पास स्थित है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान ने ट्वीट किया, शिवपुरी में जल प्रपात में फंसे लोगों को बचाने के प्रयास जारी हैं। मैं लगातार बचाव दल के संपर्क में हूं। हेलीकाप्टर की मदद से बचाव दल प्रयासरत हैं। सात लोगों को सफलतापूर्वक बचाया जा चुका है।
वहीं क्षेत्रीय सांसद ज्येातिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा है, शिवपुरी-ग्वालियर के बीच पार्वती नदी में पिकनिक मनाने गए 12 लोगों के तेज बहाव में बहने व करीब 35 लोगों के बहाव के बीच फंसे होने की खबर से अत्यंत दुखी और चितित हूं। सेना के हेलीकप्टर ने छह लोगों को बचा लिया है। मैं प्रशासनिक अािकारियों के सतत संपर्क में हूं और लगातार दूरभाष पर चर्चा कर राहत और बचाव कार्य की जानकारी ले रहा हूं।
सूत्रों ने बताया कि बचाए गए सात लोगों को हेलीकप्टर से ग्वालियर भेजा गया है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को स्वाधीनता दिवस की छुट्टी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी जिले के मोहना स्थित सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने गए थे। कुछ लोग चट्टान पर चढ़कर तस्वीरें खिचा रहे थे, तभी बारिश का पानी आने से जलस्तर बढ़ गया, और झरने के बीच खड़े 30 से ज्यादा लोग पानी में फंस गए।
इस बीच हादसे की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें साफ दिखता है कि लोग पानी के बहाव के साथ बह रहे हैं, और खुद को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।
प्रशासनिक अधिकारी मौके पर बचाव कार्य पर नजर रखे हुए हैं। रात को अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है।