महाराष्ट्र : गिरफ्तार दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के उप्र, असम में संपर्क तलाश रहा एटीएस
मुंबई, 13 अगस्त (आईएएनएस)| महाराष्ट्र के पालघर में कुछ हिंदू दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं की संलिप्तता वाली आतंकी साजिश का पर्दाफाश करने के चार दिन बाद, महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने छोटे हथियार बनाने वाले एक कारखाने का पता लगाया है, और अब एटीएस उनके उत्तर प्रदेश व असम से जुड़े तार की जांच कर रहा है।
अधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। एटीएस ने शुक्रवार को यह दावा कर सनसनी फैला दिया था कि उसने आगामी स्वतंत्रता दिवस समारोह और बकरीद से पहले मुंबई, पुणे, सतारा और सोलापुर को लक्ष्य कर रची जा रही आतंकी साजिश का पर्दाफाश कर दिया है।
एटीएस ने मामले में तीन दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं -पालघर के नाला सोपारा से वैभव राउत(40), शरद कलस्कर(25) और पुणे से सुधनव गोंधालेकर(39)- को गिरफ्तार किया था।
एटीएस ने यह सुनिश्चित करने के लिए तीनों के दर्जनों सहयोगियों या संदिग्धों से पूछताछ की है कि कहीं उनके तार राज्य के अन्य भागों या दूसरे राज्यों से भी तो नहीं जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही एटीएस इमेल आदान-प्रदान के संबंध में जांच कर रही है, जिसमें उत्तर प्रदेश व असम का जिक्र किया गया है।
पालघर में सप्ताह के अंत में लगातार छापा मारने की कार्रवाई और जांच करने बाद, एटीएस ने छोटे हथियार बनाने वाले एक कारखाने का पता लगाया और कम से कम पांच देशी कट्टा, तीन अर्धनिर्मित पिस्तौल, 9 एमएम पिस्तौल के 11 कारतूस, 7.65 एमएम पिस्तौल के 30 कारतूस, स्प्रिंग, ट्रिगर और अन्य सामग्री बरामद किए थे।
पुणे में छापे के दौरान, एटीएस ने लैपटॉप, छह हार्ड डिस्क, पांच पेनड्राइव, नौ मोबाइल और कई सिम कार्ड, एक वाई-फाई डोंगल, कई दस्तावेज और एक कार व मोटरसाइकिल बरामद किए थे।
पालघर में शुक्रवार को छापे के दौरान, एटीएस ने 20 देसी बम और सामग्रियां बरामद की, जिससे कम से कम दो-चार दर्जन और बम बनाए जा सकते थे।
छापे के दौरान 22 डेटोनेटर(नॉन-इलेक्ट्रॉनिक), 1500 ग्राम विस्फोटक पाउडर, तार के बंडल, प्रतिरोधक, ट्रांजिस्टर्स आदि सामग्री बरामद की गई थी।
राउत को ‘गौरक्षक’ बताया गया है, जिसका संबंध हिंदू जागरण समिति के साथ है। गोंधालेकर का संबंध श्री शिवप्रतिष्ठान के साथ है, जिसकी अगुवाई 85 वर्षीय विवादास्पद संभाजी भिड़े ऊर्फ भिड़े गुरुजी करते हैं।
तीनों को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मुंबई की सत्र अदालत में पेश किया गया और तीनों को 18 अगस्त तक के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया गया।