पर्यावरण हितैषी कार्य से हो रहा रोजगार सृजन : टेरी महानिदेशक
नई दिल्ली, 9 अगस्त (आईएएनएस)| पर्यावरण विशेषज्ञ और द एनर्जी रिसर्च इंस्टीट्यूट (टेरी) के महानिदेशक अजय माथुर ने गुरुवार को कहा कि भारत ने संवहनीयता के मोर्चे पर बेहतर कार्य किया है। यह न सिर्फ पर्यावरण हितैषी है, बल्कि इससे रोजगार सृजन और आय का जरिया बनाने का मार्ग भी सुगम हुआ है। माथुर यहां महिंद्रा ग्रुप की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। कार्यक्रम में पेरिस जलवायु संधि की प्रतिबद्धताओं के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में भारत सरकार और महिंद्रा ग्रुप की ओर से उठाए गए कदमों पर एक परिचर्चा करवाई गई थी।
परिचर्चा में माथुर के अलावा कांउसिल ऑन एनर्जी, इन्वारन्मेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुणाभ घोष और महिंद्रा ग्रुप के चीफ सस्टैनेबिलिटी ऑफिसर अनिर्बान घोष ने हिस्सा लिया।
माथुर ने कहा, पर्यावरण हितैषी कार्यो से रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं और समाज में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
अरुणाभ घोष ने कहा, हमने में एलईडी प्रौद्योगिकी के मामले में बेहतर काम किया है और अब हमें लाइट बल्ब के अलावा अन्य रिन्यूएबल पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण हितैषी कार्यो में भारत का प्रदर्शन सराहनीय है।
अनिर्बान घोष ने कहा, कई चुनौतियों के बावजूद भारत विश्व व्यवस्था का जागरूक और जिम्मेदार सदस्य है। सरकार और कॉरपोरेट द्वारा देश में अनुकरणीय कार्य किया गया है, जो एक मिसाल है और जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का सामना करने के मामले में भारत की गिनती अग्रणी देशों में होता है।
वक्ताओं ने सरकार के कार्यक्रमों का जिक्र किया और कहा कि एलईडी पर आधारित उजाला कार्यक्रम काफी सफल रहा है। उन्होंने मेक इन इंडिया और स्मार्ट सिटी जैसी भारत सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं का भी जिक्र किया। पर्यावरण विशेषज्ञों ने कहा कि इन योजनाओं में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को तवज्जो दिया जा रहा है।
परिचर्चा के दौरान पर्यावरण हितैषी कार्यो में कॉरपोरेट के योगदान का प्रमुख से जिक्र किया गया और बताया गया कि महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा को 12-14 सितंबर 2018 के दौरान कैलिफोर्निया में हो रहे ग्लोबल क्लाइमेट एक्शन समिट (जीसीएएस) की सह अध्यक्षता करने के आमंत्रित किया गया है, जोकि भारत के कॉरपोरेट के इरादे व कार्यो को मिली एक महत्वपूर्ण पहचान है।