मुंबई : मराठा बंद के दौरान छिटपुट हिंसा
मुंबई, 25 जुलाई (आईएएनएस)| मराठा संगठनों द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर बुलाए गए महाराष्ट्र बंद के दूसरे चरण में राज्य में मुंबई व तटवर्ती जिलों में मिलीजुली प्रतिक्रिया रही। बुधवार को हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुईं। मराठा कार्यकर्ताओं के बड़े समूह सुबह से भागवा झंडे व बैनरों से लैस दिखाई दिए और सड़कों पर नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। इस दौरान मुंबई व दूसरे जिलों- पालघर, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरि व सिधुदुर्ग में पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रही।
मुंबई के कई हिस्सों में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया। ठाणे में उपनगरीय रेलवे प्रणाली को रोकने का प्रयास किया गया था। नवी मुंबई में शहर की परिवहन बसों पर पत्थर फेंके गए और प्रदर्शनकारियों ने निजी यातायात के वाहनों को भी रोका। परिवहन निगम की एक बस में आग लगा दी गई।
ज्यादातर दुकानें व वाणिज्यिक प्रतिष्ठान महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बंद रहे। इन क्षेत्रों में दादर, अंधेरी, मुलुंड, कंजुरमार्ग, बोरीवली, कांदिवली व अन्य कई जगहें शामिल रहीं। मराठा कार्यकर्ताओं ने दुकानदारों से जाकर दुकानें बंद करने को कहा और बंद के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने का आग्रह किया।
प्रदर्शनकारियों के एक बड़े समूह ने कुछ क्षेत्रों में पूर्वी एक्सप्रेस राजमार्ग और पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग को बंद कर दिया। इससे सामान्य यातायात बाधित हुआ। साथ ही उपनगरों के मुख्य मार्गो व राजमार्गो पर वाहनों को चलने से रोक दिया।
पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने जोगेश्वरी में रेलवे पटरियों को पर जाम लगा दिया, लेकिन उन्हें सुरक्षा बलों द्वारा हटाया गया और सामान्य सेवाएं दस मिनट में बहाल की गई।
हालांकि, स्कूल व कॉलेज सामान्य रूप से खुले रहे, लेकिन स्कूलों में उपस्थिति कम रही। मुंबई की लाइफलाइन उपनगरीय ट्रेने व लंबी दूरी की सेवाएं बड़े स्तर पर अप्रभावित रही और दूसरी जरूरी सेवाएं सुचारु रूप से काम करती रही।
मराठा क्रांति मोर्चा द्वारा बुलाए गए राज्यव्यापी बंद का आज दूसरा चरण था। इसका पहला चरण मंगलवार को महाराष्ट्र के उत्तरी, पश्चिमी व मराठावाड़ा क्षेत्रों में आयोजित किया गया था।
मराठा सरकारी नौकरियों व शिक्षा में उचित आरक्षण की मांग कर रहे हैं और इसके लिए बीते दो सालों से शांतिपूर्ण आंदोलन होते रहे हैं, लेकिन, सोमवार को औरंगाबाद में एक मराठा युवक की आत्महत्या की वजह से मंगलवार को यह आंदोलन हिंसक हो गया।
बंद के आयोजनकर्ताओं, भारतीय जनता पार्टी-शिवसेना सरकार व पुलिस ने सभी संगठनों से आंदोलन के दौरान शांति बनाए रखने की अपील की।