आधार से भारत में आईटी सुरक्षा पर खर्च बढ़ा : रिपोर्ट
नई दिल्ली, 24 जुलाई (आईएएनएस)| आधार के माध्यम से शासन में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के परिणामस्वरूप भारतीय संगठनों द्वारा आईटी सुरक्षा पर व्यय में वृद्धि हुई है। फ्रांस समूह थेल्स द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। थेल्स रक्षा और असैन्य क्षेत्र दोनों की आवश्यकताओं का ध्यान रखता है। ‘2018 थेल्स डेटा थ्रेट रिपोर्ट’ के भारतीय संस्करण के मुताबिक, इस साल 93 प्रतिशत भारतीय उत्तरदाताओं ने आईटी सुरक्षा खर्च को बढ़ाने की योजना बनाई है, जो सर्वेक्षण किए गए सभी देशों में सबसे ज्यादा है, जबकि वैश्विक औसत 78 प्रतिशत रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, समूचे विश्व में आए डिजिटल परिवर्तन ने नए व्यापार मॉडल की वृद्धि में विस्तार किया है, जो कि क्लाउड, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), बिग डेटा और ब्लॉकचेन समेत संगठनों के लिए विकास और लाभप्रदता को बढ़ाने पर केंद्रित है।
अध्ययन में दर्शाया गया कि करीब 52 फीसदी भारतीय उत्तरदाताओं ने पिछले साल डेटा सेंधमारी की बात को स्वीकारा, जबकि इसका वैश्विक औसत 36 फीसदी रहा।
भारत में थेल्स के उपाध्यक्ष और कंट्री निदेशक इमैनुएल डी रोक्यूफ्यूइल ने कहा, इस वर्ष की इंडिया डेटा थ्रेट रिपोर्ट 2018 में डेटा सेंधमारी में निरंतर वृद्धि को रोकने के लिए सुरक्षा रणनीतियों में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया गया है और साथ ही गोपनीयता और डेटा संरक्षण पर भी विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है।
यह निष्कर्ष आठ देशों में 1,200 आईटी सुरक्षा प्रबंधकों की राय पर आधारित है, जिसमें भारत समेत चार प्रमुख बाजार शामिल हैं।