जीवा आयुर्वेद ने लांच किया आयुर्वेद डायग्नोस्टिक प्रोटोकॉल
नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)| जीवा आयुर्वेद ने सोमवार को आयुर्वेद डायग्नोस्टिक प्रोटोकॉल ‘जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल’ लांच किया। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए लगभग 10 लाख रोगियों के रोग विश्लेषण के आधार पर पिछले 6 वर्षो की मेहनत के उपरांत जीवा आयुनिक प्रोटोकॉल्स तैयार किया गया है। इसके जरिये आयुर्वेद को पूर्ण विज्ञान के रूप में विश्व स्तर पर पहचान व स्वीकृति मिलेगी। इस अवसर पर मशीन लर्निग आधारित व्यक्तिगत जानकारी, आयुर्वेदिक टेस्ट व असेसमेंट टूल्स जैसी विशेषताओं से युक्त जीवा हेल्थ एप भी लांच किया गया।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा की उपस्थिति में जीवा आयुर्वेद ने ‘जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल’ लांच किया गया जिसका उद्देश्य है विश्व स्तर पर आयुर्वेद चिकित्सा को एक चिकित्सा विज्ञान के रूप में स्वीकार्यता दिलाना।
जीवा आयुर्वेद के डायरेक्टर डॉ. प्रताप चौहान ने कहा, आयुर्वेद मूलत: व्यक्तिगत उपचार पर आधारित विज्ञान है जो विश्व की लक्षण आधारित उपचार की समस्या को दूर करने में पूर्ण सक्षम है। जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल आयुर्वेद प्रैक्टिस के लिए एक ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह है जिसमें आयुर्वेदिक सिद्धान्त और डाटा रिकॉर्ड का सार सम्मिलित किया गया है। यह आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर सटीक व व्यक्तिगत चिकित्सा विज्ञान के रूप पर पहचान दिलाने के क्रम में महžवपूर्ण व उपयोगी साबित होगा।
जीवा ग्रुप के प्रेसीडेंट ऋषिपाल चौहान ने बताया, दुनियाभर में आयुर्वेद चिकित्सकों को ‘हेल्थ व वेलनेस कोच’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि आयुर्वेद को एक चिकित्सा विज्ञान के रूप में नहीं जाना जाता। जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल इस मानसिकता को बदलने की ओर एक मजबूत व महžवपूर्ण कदम है। आयुर्वेद को पूर्ण विज्ञान के रूप में विश्व स्तर पर पहचान व स्वीकृति मिलने से ही ‘हेल्थ फॉर ऑल’ के स्वप्न को साकार किया जा सकता है।
जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल को 25,000 से अधिक रोगियों पर आजमाया जा चुका है। जीवा आयुनीक प्रोटोकॉल का उपयोग करते हुए जीवा ने कई यूनिवर्सिटीज व इंस्टीट्यूट्स के सहयोग से आगे रिसर्च की योजना बनाई है।
जीवा हैल्थ एप व्यक्तिगत जानकारी के आधार पर शास्त्रीय व कारगर आयुर्वेदिक स्वास्थ्य संबंधी जानकारी देता है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रताप चैहान ने इसमें काफी महžवपूर्ण जानकारी दी है। स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति इसमें स्वास्थ्य संबंधी कई जानकारियां प्राप्त कर सकता है। यह एप रोगियों को जीवा डॉक्टर से परामर्श व चिकित्सा की सुविधा भी प्रदान करेगा। एक ही जगह पर अपनी ट्रीटमेंट हिस्ट्री का रिकॉर्ड भी आसानी से जान सकता है।
जीवा मेडिकल एवं रिसर्च सेन्टर विश्व के सबसे बड़े आयुर्वेदिक टेलीमेडिसिन सेंटर में से एक है। प्रतिदिन 8,000 से अधिक रोगियों को लगभग 500 आयुर्वेदिक डॉक्टर्स व हैल्थ केयर प्रोफेशनल्स द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती है। पूरे भारत में 16 से अधिक राज्यों में जीवा के 75 से अधिक क्लीनिक हैं।