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उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन के लिए तैनात अधिकारियों को सितंबर तक नहीं मिलेगी छुट्टी

मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने जिला आपदा केंद्रों को 24 घंटे संचालित करने के लिए दिए आदेश

उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने मंगलवार को जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह निर्देश दिए हैं कि सभी अधिकारी अपने स्टेशन पर ही रहें। बिना अनुमति के तैनाती स्थल से बाहर न जाएं। अपरिहार्य स्थिति को छोड़कर किसी को अवकाश नहीं दिया जाएगा।

मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों से मानसून की तैयारियों की जानकारी ली। साथ ही जिलों में खाद्यान्न की उपलब्धता, बिजली, पानी आपूर्ति, मार्गों की स्थिति, कनेक्टिविटी के मौजूदा हाल को जाना।

मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि उपलब्ध कराए गए सेटेलाइट फोन और वॉयरलेस सेट सुदूर तहसीलों में भेज दें। एहतियात के तौर पर सभी ज़िलों में वैली ब्रिज, ट्राली उपलब्ध करा दें। जिला आपदा केंद्र 24 घंटे संचालित होना चाहिए।

मुख्य सचिव ने कहा, ” आपदा की स्थिति में रिस्पांस टाइम कम से कम करना है। सभी संबंधित विभागों को तुरंत आपदा से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।”

बैठक में डीएम पिथौरागढ़ ने बताया,” ज़िले में आठ पुल बह गए हैं। निर्देश दिए गए कि फौरी तौर पर आवागमन सुचारू करने के लिए चार फोल्डिंग ब्रिज, दो ट्राली और दो लकड़ी के पुल तुरंत बनाए जाएं। बिजली, पानी आपूर्ति तुरंत दुरुस्त किया जाए। लोक निर्माण विभाग के पास उपलब्ध 438 जेसीबी आपदा संभावित स्थानों पर तैनात की गई हैं।”

अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि पिथौरागढ़ में सड़क और पुल निर्माण में तेज़ी लाने के लिए एक अतिरिक्त अधिशासी अभियंता और अधीक्षण अभियंता की तैनाती पिथौरागढ़ में कर दी गई है। मार्ग से कटे हुए गांव के लिए दो हेलीकाप्टर लगाए जा रहे हैं। स्टेट प्लेन से राहत सामग्री और बचाव उपकरण भेजे जा रहे हैं।

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