मोदी शासन में लोगों का बैंकों से उठ रहा भरोसा : कांग्रेस
नई दिल्ली, 29 जून (आईएएनएस)| कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में बैंकिंग प्रणाली से लोगों का भरोसा उठ रहा है और भारतीय रुपये दुनिया में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया है। कांग्रेस प्रवक्ता आर.पी.एन. सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा, मैं उनसे (मोदी) उसी सवाल का जवाब देने का आग्रह करता हूं जो सवाल वह कांग्रेस के सत्ता में रहते हुए सरकार से पूछते थे। अब उनको सभी मंचों से उठ रहे इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
रुपये में रिकॉर्ड गिरावट के मसले को लेकर मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने सवालिया लहजे में कहा, जब वह (मोदी) विपक्ष में थे तो उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर वह यह सुनिश्चित करेंगे कि एक डॉलर 40 रुपये के बराबर हो जाए। मगर इसके उलट हो रहा है। अगर हम रुपये की मौजूदा दशा देखें तो एक डॉलर हमारे 70 रुपये के बराबर होने की राह पर है। रुपये में इतनी गिरावट आजादी के बाद से कभी नहीं आई थी। आज रुपये का पिछले 70 साल में सबसे बुरा हाल है।
सिंह ने कहा कि मोदी ने कालाधन वापस लाने का वादा किया था, मगर उनके वादे के ठीक उल्टा हो रहा है।
उन्होंने कहा, मोदी ने वादा किया था कि विदेशों में पड़ा 80 लाख करोड़ डॉलर मूल्य का कालाधन लाकर वह हर गरीब के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा करवाएंगे, लेकिन अब आंकड़े बताते हैं कि इस साल स्विस बैंक में भारतीयों की जमा रकम में 50 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह हमारे देश के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा झटका है। इससे पहले वर्ष 2004 में जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में थी, उस समय भी हमारे देश की सबसे ज्यादा रकम विदेशी खातों में जमा हुई थी।
सिंह ने कहा, नीरव मोदी और विजय माल्या समेत कुछ भारतीय गरीबों का पैसा लेकर फरार हैं। मोदी के नेतृत्व वाले राजग के पिछले चार साल के शासन में फंसे हुए कर्ज (एनपीए) 10 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है और अगले दो साल में 15 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा भी पार कर सकता है। ऐसे में लोगों का बैंकों से भरोसा उठ रहा है।