महिला शिक्षिका मामले की उत्तराखंड शिक्षा सचिव ने की जांच
उत्तरा बहुगुणा ने सीएम के जनता दरबार में बिना किसी विभागीय अनुमति के प्रतिभाग किया था
उत्तराखंड में शुक्रवार को मीडिया सेंटर में पत्रकारों से औपचारिक वार्ता करते हुए शिक्षा सचिव डॉ. भूपेंद्र कौर औलख ने कहा है कि उत्तरा बहुगुणा मामले में प्राथमिक जांच बैठा दी गई है। इस जांच में उन्हें भी अपना पक्ष रखने के लिए पूरा मौका दिया जाएगा। जांच के लिए उप शिक्षा अधिकारी नौगांव को नामित किया गया है।
डॉ. औलख ने बताया कि उत्तरा बहुगुणा प्रधान अध्यापिका, राजकीय प्राथमिक विद्यालय ज्येष्ठवाड़ी विकास खण्ड नौगांव जनपद उत्तरकाशी ने 28 जून को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जनता दरबार में बिना किसी विभागीय अनुमति के प्रतिभाग किया और वहां पर अभद्रता की। यह कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन है। जिसके कारण उन्हें निलंबित किया गया है।
#WATCH Uttarakhand Chief Minister Trivendra Singh Rawat directs police to take a teacher into custody after she protested at ‘Janata Darbar’ over issue of her transfer. CM Rawat suspended the teacher and asked her to leave. (28.06.18) pic.twitter.com/alAdCY74QK
— ANI (@ANI) June 29, 2018
उत्तरा बहुगुणा 19 अगस्त 2017 से बिना किसी अनुमति के विद्यालय से अनुपस्थित चल रही हैं। इससे पूर्व भी पांच अगस्त 2015 से 10 अप्रैल 2017 तक भी विद्यालय से लगातार अनुपस्थि रही। कार्य के प्रति इस प्रकार की उदासीनता बच्चों के भविष्य के लिए हितकर नहीं है। अपने उत्तरदायित्वों का ठीक से निर्वहन न किए जाने के कारण बहुगुणा को 20 नवम्बर, 2008 एवं 27 जुलाई, 2011 में भी निलंबित किया जा चुका है।
डॉ. औलख ने बताया, ” इस प्रकरण के बाद भी मुख्यमंत्री ने बहुगुणा के आवेदन पर नियमानुसार समुचित कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है। इसमें बहुगुणा की पारिवारिक परिस्थितियों का भी ध्यान रखा जाएगा। यह देखा जाएगा कि स्थानांतरण एक्ट के अंतर्गत क्या किया जा सकता है।”
#WATCH Uttara Pant Bahuguna, the teacher who was suspended by #Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat after she argued with him yesterday over her transfer, breaks down while talking about the incident. pic.twitter.com/mex8Z4ofLl
— ANI (@ANI) June 29, 2018
डॉ. औलख ने बताया कि लगभग 500 शिक्षकों को अपने कैडर में वापिस भेजा गया है। इसमें उत्तरा बहुगुणा का उत्तरकाशी जनपद कैडर है। उनकी नियुक्ति/पदोन्नति/स्थानांतरण नियमानुसार उत्तरकाशी जिले में ही हो सकती है। मौजूदा समय में स्थानांतरण एक्ट प्रभावी हो चुका है। सरकार की पूरी कोशिश है कि स्थानांतरण पूरे नियम व पारदर्शिता के साथ हों। साथ ही यह भी कोशिश है कि दुर्गम क्षेत्रों के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हों। इसीलिए स्थानांतरण में 10 प्रतिशत की सीमा लगाई गई है।
जनपद उत्तरकाशी में दुर्गम से सुगम की पात्रता सूची में उत्तरा बहुगुणा 59वें नंबर पर है,जबकि जनपद उत्तरकाशी में सुगम क्षेत्र में केवल 12 पद स्थानांतरण के लिए खाली हैं।