यूएनएचआरसी प्रमुख ने निष्पक्षता से समझौता किया : प्रसाद
नई दिल्ली, 22 जून (आईएएनएस)| केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त जीद राद अल हुसैन ने यूएनएचसीआर की निष्पक्षता और प्रतिष्ठा के साथ समझौता किया है।
प्रसाद ने यह प्रतिक्रिया यूएनएचआरसी द्वारा जारी हालिया रपट के संबंध में पूछे जाने पर दी। इस रपट में कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में मानवधिकार उल्लंघन का आरोप लगाया गया था और इसकी अंतर्राष्ट्रीय जांच की अनुशंसा की गई थी।
उन्होंने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण रपट है, जोकि पाकिस्तान को जानबूझकर बचाने का प्रयास है। और मुझे यह कहना है कि मानवाधिकार उच्चायुक्त ने गैर-जिम्मेदाराना काम किया है।
प्रसाद ने कहा, संयुक्त राष्ट्र की इस संस्था की रपट की दुनिया में विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा है। अल हुसैन ने मानवधिकार समूह की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा के मूलभाव के साथ समझौता किया है।
मानवाधिकार उच्चायुक्त के कार्यालय से 14 जून को जारी 49 पन्नों की रपट में नियंत्रण रेखा के दोनों तरफ मानवाधिकार उल्लंघनों का आरोप लगाया गया है।
भारत ने हालांकि इस रपट को खारिज कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस रपट को ‘असत्यापित सूचना का चुनिंदा संकलन’ बताया है।