क्रिकेट के अलावा अपने देश के लिए फुटबाल भी खेल चुके हैं रिचर्ड्स
नई दिल्ली, 21 जून (आईएएनएस)| इस समय दुनिया की नजरें रूस में जारी फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण पर लगी हुई है जिसमें क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी सहित कई फुटबाल खिलाड़ी अपने-अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। लेकिन रोनाल्डो और मेसी सिर्फ फुटबाल में ही देश के लिए खेलते हैं जबकि कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने क्रिकेट के अलावा अपने देश या क्लब के लिए फुटबाल भी खेला है। दुनिया के महान बल्लेबाजों में से एक माने जाने वाले वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्डस भी उन्हीं खिलाड़ियों में से एक हैं। रिचर्ड्स चार बार 1975, 1979, 1983 और 1984 में क्रिकेट विश्व कप में अपने देश के लिए खेल चुके हैं। वेस्टइंडीज के लिए 121 टेस्ट और 187 वनडे मैच खेलने वाले रिचर्ड्स 1975 के विश्व कप से पहले एक अच्छे फुटबाल खिलाड़ी थे।
1974 में उन्होंने फुटबाल विश्व कप क्वालीफायर में एंटिगुआ के लिए फुटबाल मैच भी खेला था। उस समय वह महज 20 साल के थे। रिचर्ड्स इंग्लैंड के क्लब बाथ एफसी और मिनेहेड एसोसिएशन एफसी के लिए भी फुटबाल खेले थे। हालांकि फुटबाल की जगह उन्होंने क्रिकेट को चुना जिसमें वह काफी सफल हुए।
इंग्लैंड ने महान हरफनमौला खिलाड़ी रहे इयान बॉथम भी क्रिकेट के अलावा फुटबाल में मशक्कत कर चुके हैं। टेस्ट और वनडे में 7313 रन बनाने और 528 विकेट लेने वाले बॉथम 1979 से 1985 के बीच येओविल टाउन और स्कनथोर्प युनाइटेड क्लब के लिए 11 मैच खेले थे। इसके अलावा इंग्लैंड के लिए ही 79 टेस्ट और 92 वनडे मैच खेलने वाले माइक गेटिंग वेटफोर्ड क्लब के लिए रिजर्व के रूप में फुटबाल के मैदान पर उतर चुके हैं।
इंग्लैंड के लिए 78 टेस्ट मैच खेलने वाले डेनिस कॉम्पटन अपनी पहली टीम आर्सेनल के लिए कई वर्षों तक फुटबाल खेले थे। उन्होंने फिर इसके बाद नुनहेड एपफसी गुनर्स के लिए भी खेला था। गुनर्स के साथ 1948 में लीग खिताब और 1950 में एफए कप भी जीत चुके हैं। वह इंग्लैंड के लिए भी 16 फुटबाल मैच खेल चुके हैं लेकिन इनमें से कोई भी आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं था।
पुरुष खिलाड़ियों के अलावा महिला खिलाड़ी भी क्रिकेट और फुटबाल में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। इनमें एल्सी पेरी भी एक नाम हैं जो आस्ट्रेलिया के लिए क्रिकेट और फुटबाल दोनों खेल चुकी हैं। पेरी ने 16 साल की उम्र में 2007 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था लेकिन दो सप्ताह बाद ही उन्हें आस्ट्रेलिया महिला फुटबाल टीम की ओर से बुलावा आ गया। पेरी ने 2011 में फीफा महिला विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में जर्मनी के खिलाफ शानदार गोल किया था।