फीफा विश्व कप : सेनेगल ने पोलैंड को 2-1 से दी मात
मास्को, 19 जून (आईएएनएस)| अपना दूसरा फीफा विश्व कप खेल रही सेनेगल टूर्नामेंट के 21वें संस्करण में मंगलवार को स्पार्टक स्टेडियम में खेले गए ग्रुप-एच के पहले मैच में पोलैंड को 2-1 से हराने में कामयाब रही।
सेनेगल ने इस मैच में उम्मीद से कई बेहतर खेल दिखाया। उसके डिफेंस ने पोलैंड के स्टार खिलाड़ी और कप्तान रोबर्ट लेवांडोस्की को रोके रखा और मौकों को भुनाने नहीं दिया जो सेनेगल की जीत का मुख्य कारण रहे।
पहले हाफ में दोनों टीमों ने ज्यादा मौके नहीं बनाए और जो मौके बनाए वो करीबी नहीं थे। सेनेगल के डिफेंस ने बेहद मजबूत खेल दिखाते हुए न सिर्फ लेवांडोस्की को रोका बल्कि पोलैंड की आक्रमण पंक्ति को भी हावी नहीं होने दिया।
मैच का पहला गोल सेनेगल ने किया, लेकिन इसमें पोलैंड के थियाको सियानोक ने सेनेगल की मदद की। 37वें मिनट में किया गया यह गोल आत्मघाती गोल था। मायबियांग नियांक गेंद को मैदान के मध्य से लेकर बाईं तरफ से आगे बढ़े और बॉक्स के करीब आकर गेंद सादियो माने को दी। माने ने जल्दबाजी नहीं दिखाई और कालिदाउ काउलीबाली को पास दिया। काउलीवाली ने गेंद को मध्य से गोलपोस्ट की तरफ खेला। दाईं तरफ जा रही गेंद सियानोक के पांव से टकरा कर नेट में चली गई और सेनेगल को 1-0 की बढ़त मिल गई। यह इस विश्व कप का चौथा आत्मघाती गोल था।
इससे पहले, लेवांडोस्की ने 23वें मिनट में एक हाफ चांस पर पर गोल करने का मौका गंवा दिया। उनके द्वारा खेल गया शॉट गोलपोस्ट के बाहर चला गया। पहले हाफ में लेवांडोस्की ने यह इकलौता करीबी मौका बनाया था।
18वें मिनट में सेनेगल के पास भी गोल करने का मौका था जिसे वो गोल में तब्दील नहीं कर पाई।
पहले हाफ में विफल रहने वाले लेवांडोस्की को दूसरे हाफ की शुरुआत में ही फ्री किक के जरिए अपनी टीम को बराबरी कराना का मौका मिला जिसे सेनेगल के गोलकीपर नडियाये ने असफल कर दिया।
पहले गोल से आत्मविश्वास लेकर दूसरे हाफ में उतरी सेनेगल ने 60वें मिनट में अपनी बढ़त को दोगुना कर लिया। खाली खड़े नियांग को पोलैंड ने नजरअंदाज किया और सेनेगल के खिलाड़ी ने बेहद आसानी से गोल दाग पोलैंड की परेशानी को और बढ़ा दिया।
आखिर मिनटों में गोल करने की कोशिश में लगी पोलैंड ने कई मौके गंवाए। ग्रेजगोर्ज क्रेचोवियाक ने हालांकि 86वें मिनट में गोल दाग अपनी टीम का खाता खोला। उनका यह गोल सिर्फ हार के अंतर को कम करने वाला साबित हुआ क्योंकि पोलैंड तमाम कोशिशों के बाद भी बराबरी का गोल नहीं कर पाई और सेनेगल पूरे तीन अंक लेने में कामयाब रही।