बागी अन्ना द्रमुक विधायक याचिका वापस लेगा
चेन्नई, 16 जून (आईएएनएस)| तमिलनाडु में विधायकों को अयोग्य ठहराने के मामले में एक नया मोड़ आया है। अखिल भारतीय अन्ना द्रमुक मुनेत्र कड़गम (अन्ना-द्रमुक) के एक बागी विधायक ने शनिवार को कहा कि वह मद्रास उच्च न्यायालय से विधानसभा अध्यक्ष द्वारा खुद को अयोग्य ठहराए जाने को चुनौती देने की याचिका वापस लेगा। इस विधायक को अन्ना द्रमुक से दरकिनार किए गए टी.टी.वी. दिनाकरण का करीबी माना जाता है।
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य ठहराये गए 18 विधायकों में से एक थंगातमिलसेल्वन ने मीडिया से कहा कि उसने न्यायपालिका से न्याय मिलने की आस खो दी है और इसलिए उसने अपनी याचिका को वापस लेने का निर्णय लिया है।
थंगातमिलसेल्वन के निर्णय पर, दिनाकरण ने समूह में किसी भी तरह की अनबन की रपट को खारिज कर दिया और कहा कि सभी विधायक संगठित हैं और कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिकूल निर्णय आने पर वह सर्वोच्च न्यायालय का रुख कर सकते हैं।
गुरुवार को मद्रास उच्च न्यायालय ने इस मामले में खंडित आदेश दिया था। मुख्य न्यायाधीश इंदिरा बनर्जी ने विधायकों के अयोग्य ठहराने के निर्णय को बरकरा रखा था, जबकि पीठ के एक अन्य न्यायाधीश एम.सुंदर ने विधानसभा अध्यक्ष के उलट निर्णय दिया था।
दिनाकरण ने कहा, थंगातमिलसेल्वन अपनी याचिका वापस लेने के लिए उत्सुक है और वह उपचुनाव लड़ना चाहता है, क्योंकि वह इसे जीतने को लेकर निश्चिंत है।
उन्होंने कहा, मैंने भी उसे ‘ठीक है’ कहा। वह हमसे गुस्सा नहीं है। इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे समूह में किसी भी तरह की फूट है। हम सभी संगठित हैं।