अचल संपत्ति उद्योग को ऊर्जा कुशल बनाने महिंद्रा-टेरी का उत्कृष्टता केंद्र
नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)| महिंद्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड (एमएलडीएल) और एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टेरी) ने भारत में ऊर्जा कुशल अचल संपत्ति उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को अपने पहले उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) की शुरुआत की।
कंपनी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि यह उत्कृष्टता केन्द्र भारत में हरित भवनों को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक शोध तकनीक, उपकरण और कामकाज का आकलन कर सकने के उपाय तैयार करने की दिशा में काम करेगा। यह संयुक्त शोध पहल, भारत के अचल संपत्ति क्षेत्र में ओपेन सोर्स और विज्ञान आधारित समाधान विकसित करेगा।
बयान के अनुसार, उत्कृष्टता केन्द्र का उद्देश्य बाजार में उपयोग के लिए तैयार, मापनीय और ऊर्जा कुशल सामग्री और तकनीक के लिए एक मजबूत और सुसंगत डेटाबेस विकसित करना है। यह ‘हरित’ विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य के मंत्रालयों के लिए नीति तैयार करने की दिशा में भी काम करेगा।
महिन्द्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिन्द्रा ने कहा है, भारत के पास यह मौका है कि वह चीजों को अभिनव तरीके से करने वाली विश्व की सबसे बड़ी प्रयोगशाला बन सके -और चाहे यह शहरीकरण के भविष्य की बात हो या गतिशीलता की या फिर जलवायु परिवर्तन की, महिन्द्रा और टेरी का यह उत्कृष्टता केन्द्र व्यावसायिकता से आगे बढ़ कर स्थिरता पर ध्यान केन्द्रित करता है वृहद शहरी साझेदारी वाला एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में, जो भारत के शहरों एवं कस्बों को ‘हरित स्वरूप’ में परिवर्तित करने की क्षमता प्रदान करेगा।
टेरी के महानिदेशक अजय माथुर ने भारत की जलवायु के अनुरूप कम लागत वाली, हरित लेकिन ऐसी सस्ती प्रौद्योगिकी और सामग्री तैयार करने की जरूरत पर बल दिया, जो आराम भी ज्यादा दे और जिसमें ऊर्जा की खपत भी कम हो।
उन्होंने कहा, महिन्द्रा और टेरी के उत्कृष्टता केन्द्र द्वारा दी गई सूचना और जानकारी से डेवलपर संसाधन कुशल डिजाइन बनाते समय सभी पहलुओं पर विचार कर निर्णय कर सकेंगे। उत्कृष्टता केन्द्र द्वारा किए गए शोध, डेवलपरों को अधिक से अधिक हरित भवनों का निर्माण करने में बहुत सहायक सिद्ध होंगे।
महिन्द्रा लाइफस्पेस डेवलपर्स लिमिटेड की प्रबंध निदेशक अनिता अर्जुनदास ने कहा, भारत में संवहनीय शहरी विकास के अगुवा के तौर पर, हमारा विश्वास है कि स्थायी और विस्तृत नवोन्मेष के लिये एक सहयोगपूर्ण रवैया अपनाये जाने की जरूरत है जिसमें विभिन्न साझेदार पक्ष शामिल हों। महिन्द्रा टेरी उत्कृष्टता केन्द्र अभिनव और संवहनीय समाधान विकसित करने को लेकर निश्चित रूप से भारत के निर्माण उद्योग पर अपना सकारात्मक प्रभाव डालेगा, और इस तरह एक मजबूत हरित पारिस्थितिकी तंत्र की आपूर्ति श्रृंखला का विकास होगा।