‘धोखेबाज एनआरआई दूल्हों ने उजाड़ दी हमारी जिंदगी’
नई दिल्ली, 11 जून (आईएएनएस)| एनआरआई दूल्हों से शादी कर विदेश में बसने की तमन्ना कई लड़कियों की होती है। लड़कियों के माता-पिता भी अपने बेटियों का अरमान पूरे करने के लिए रुपया-पैसा और अपनी जिंदगी भर की संजोई पूंजी दांव पर लगा देते हैं, लेकिन फिर भी अधिकांश लड़कियों को एनआरआई लड़कों से धोखा और जिंदगी भर का दर्द मिलता है।
सोच फाउंडेशन के बैनर तले इन पीड़ित महिलाओं ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में दर्द बयां की। पीड़ित महिलाओं ने अपने साथ हुए धोखे, दर्द, मारपीट, मानसिक प्रताड़ना और बेवफाई की दास्तान बयान की और सरकार से इस तरह के मामलों में ठोस कार्रवाई की मांग की।
पीड़ित महिलाओं ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मंगलवार को मिलने का समय मांगा है। ये पीड़ित महिलाएं केंद्र सरकार से मांग करेंगी कि जिन एनआरआई पुरुषों ने शादी के बाद भारतीय महिलाओं की जिंदगी खराब की है और उन्हें मार-पीटकर छोड़ दिया है, उन पर सख्त कार्वाई की जाए और उनके पासपोर्ट जब्त किए जाएं।
पीड़ित महिलाओं ने आरोप लगाया कि जिन एनआरआई दूल्हों से उनकी शादी होती है, वह पहले ही विदेश में दूसरी महिलाओं से शादी कर चुके होते हैं। भारतीय महिलाओं से शादी वह केवल भारी-भरकम दहेज के लिए करते हैं और जब उनकी डिमांड पूरी हो जाती है, तब वह विदेश से ही अपनी भारतीय पत्नियों को तलाक दे देते हैं। ये पीड़ित पत्नियां उसके बाद रोने और अपनी तकदीर को कोसने के अलावा कुछ नहीं कर पाती।
एनआरआई पतियों की ओर से परित्यक्त और तलाकशुदा महिलाओं के मुद्दे पर सक्रिय पंजाब के संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि पंजाब में करीब 27 हजार महिलाओं को उनके एनआरआई पतियों ने छोड़ दिया है और वह महिलाएं अब घुट-घुट कर जिंदगी बिताने को मजबूर हैं। अब इन महिलाओं को केंद्र सरकार से ही उम्मीद है कि वह फरेबी एनआरआई दूल्हों के मामले में कठोर और ठोस कार्रवाई करेंगी।
‘भारतीय सिर्फ टॉयलट साफ करते हैं, तुम क्यों नहीं करोगी?’
लखनऊ की जुबी जैदी ने कहा कि उनकी शादी कुछ समय पहले विदेश में एक बहुत बड़ी कंपनी में काम करने वाले शम्स अली से हुई थी। जब वह शादी के बाद अपने पति के साथ रहने के लिए विदेश गई तो उन्हें वहां काफी प्रताड़ित किया गया। यही नहीं, उसे शादी के बाद टॉयलट साफ करने को मजबूर किया गया। विरोध करने पर उन्हें मारा-पीटा जाता था और गाली-गलौज कर यह कहा जाता है कि भारतीय सिर्फ टॉयलट ही साफ करते हैं। तुम क्यों नहीं करोगी? इसके कुछ समय बाद जुबी को पता चला कि उसके पति ने किसी और महिला से शादी कर रखी है और उनका 10 साल का बेटा भी है। जब जुबी ने इस बात का विरोध किया तो उन्हें तलाक के कागजात सौंप दिए गए। आज जुबी के साथ एनआरआई पतियों की जुल्म-ओ-सितम की शिकार 200 पीड़ित महिलाओं ने संवाददाता सम्मेलन में अपने हक के लिए आवाज उठाई।
‘जी. बी. रोड वाली तुमसे बेहतर है’
फिजी की नागरिक शायना नताशा ने एक भारतीय से शादी की थी। शायना का आरोप है कि वह शादी के बाद भी वेश्याओं के पास जीबी रोड जाता है। जब शायना ने इसका विरोध किया तो उसके पति ने उसे गालियां देते हुए जीबी रोड पर धंधा करने वाली महिलाओं को उससे बेहतर बताया और उसे छोड़ दिया। एक पीड़ित महिला की ओर से आए परिजन ने कहा कि उनकी बेटी की शादी कैलिफोर्निया में एनआरआई दूल्हे से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद उनकी बेटी को धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया गया। अब वह कोर्ट के लगातार चक्कर काट रही है, लेकिन कोई भी उसकी मदद नहीं कर रहा है।