मप्र में 250 स्थलों के घर सौर ऊर्जा से हुए रोशन
भोपाल, 7 जून (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के ढाई सौ स्थलों (गांव-बस्ती) के घरों तक सौर ऊर्जा के छोटे संयंत्र लगाकर बिजली पहुंचाई गई है। सौर ऊर्जा के जरिए उन घरों तक बिजली पहुंचाई गई है, जो संख्या में कम और कई किलोमीटर की दूरी पर बसे हैं। आधिकारिक तौर पर गुरुवार को दी गई जानकारी के अनुसार, राज्य की पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पास 15 जिलों तक बिजली आपूर्ति की जिम्मेदारी है। इनमें से नीमच, इंदौर, देवास, खंडवा और धार में करीब 250 स्थानों पर सौर ऊर्जा के छोटे संयंत्र लगाकर घरों में बिजली पहुंचाई गई है।
बताया गया है कि आदिवासी बसाहट के मजरा-टोलों की दूरी सामान्य बिजली लाइनों से दो से चार किलोमीटर होने एवं घरों की संख्या दो-चार होने पर सौर ऊर्जा की मदद ली गई है। इन घरों में दो बल्ब और एक छोटा पंखा सौर ऊर्जा से प्राप्त बिजली से चलाया जा सकता है।
सौभाग्य योजना से उज्जैन संभाग इस माह सौभाग्य संभाग बन गया है। इंदौर राजस्व संभाग के शेष पांच जिले जून माह के अंत तक सौभाग्य जिले बन जाएंगे, शेष जिलों में कुल 25 हजार बिजली कनेक्शन दिए जाने शेष हैं।
सौभाग्य योजना के जरिए पश्चिम क्षेत्र में अब तक करीब चार लाख कनेक्शन उन लोगों को दिए गए हैं, जिनके मकान या परिवार के पास अपना स्वयं का बिजली कनेक्शन नहीं था।
सौभाग्य योजना के क्रियान्वयन एवं समय पर लक्ष्य पूरा करने के लिए जहां पश्चिम क्षेत्र कंपनी ने सभी जिलों में कुल पांच हजार कर्मचारी, अधिकारी तैनात किए हैं, वहीं करीब डेढ़ लाख किलोमीटर तार से नई लाइनें भी बिछाई गई हैं। अब तक 60 हजार से ज्यादा बिजली के खंभों का इस्तेमाल किया जा चुका है।