भारत में ‘बिल्डर’ लांच, सपने के मुताबिक बना सकेंगे ऐप
नई दिल्ली, 6 जून (आईएएनएस)| सैन फ्रांसिस्कों की प्रौद्योगिकी कंपनी इंजिनियर डॉट एआई ने बुधवार को आवश्यकता अनुरूप (कस्टम) डिजिटल उत्पाद बनाने के लिए विश्व का पहला मानव-सहायता युक्त एआई – ‘बिल्डर’ भारतीय बाजार में लांच करने की घोषणा की।
‘बिल्डर’ सॉफ्टवेयर तैयार करने की प्रक्रिया को रीडिजायन करता है, जिससे हर कोई अपनी अवधारणा और सपने के मुताबिक एप को विकसित कर सकता है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि बिल्डर असेंबली-लाइन की तरह का दृष्टिकोण अपनाता है जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और विश्व के बेहतरीन डिजाइनरों और डेवलपरों की क्राउड-सोस्र्ड टीम का संयोजन है ताकि कस्टम-मेड डिजिटल उत्पाद दोगुनी तेजी से और पारंपरिक सॉफ्टवेयर विकास की लागत के मुकाबले एक तिहाई से भी कम कीमत पर तैयार किये जा सकें।
इंजीनियर डॉट एआई के चीफ विजार्ड एवं सह-संस्थापक सचिन देव दुग्गल ने कहा कि ‘बिल्डर’ सहज ज्ञान युक्त मंच (इन्टयुटिव प्लेटफार्म) है जो किसी को भी सिर्फ पांच आसान चरणों में सॉफ्टवेयर तैयार करने के लिए आवश्यक जटिल कोड को एकत्रित (असेम्बल) करने में मदद करता है।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में किसी विचार-अवधारणा के साथ शुरू करें और दूसरे चरण में बताई गई विशेषताओं में से चुनें या अपनी तरफ से जोड़ें। एआई एक ‘बिल्ड कार्ड’ जोड़ेगा जो अधिकतम मूल्य और अनुमानित आपूर्ति तिथि तय करता है।
सचिन देव दुग्गल ने कहा, ‘बिल्डर’ सॉफ्टवेयर तैयार करने की प्रक्रिया को रीडिजायन करता है, जिससे हर कोई अपनी अवधारणा के मुताबिक ऐप को विकसित कर सकता है। हम लोगों को बिना कोडिंग की वास्तविक जानकारी के उनके सपने तैयार करने में मदद करते हैं।
उन्होंने कहा, हम कोड डिजाइन के गिर्द गढ़े गए रहस्यों को मिटाकर और सृजनकर्ताओं- जिनके पास विचार-अवधारणा है, को पारदर्शिता और नियंत्रण देकर पारम्परिक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के ढांचे को तोड़ रहे हैं। ऐसा हमारे अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये संभव हुआ जो उत्पाद का मूल्य निर्धारित कर सकता है, विशेष निर्देश दे सकता है, कोड लिख सकता है और अपेक्षाकृत तेजी से तथा ज्यादा दक्षता से उत्पाद तैयार कर सकता है।
कई उद्यमों की स्थापना करने वाले उद्यमी सचिन देव दुग्गल और सौरभ धूत द्वारा सह-संस्थापित कंपनी इस उद्देश्य से बनाई गई थी कि हर कोई बिना कोडिंग की जानकारी के अपने सपनों को साकार कर सके और किसी भी विचार-अवधारणा को बिना समय, धन या संसाधन की बर्बादी के वास्तिवक रूप दिया जा सके।
माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के महाप्रबंधक (पार्टनर ईकोसिस्टम) राजीव सोढ़ी ने कहा, भारत ने डिजिटल अर्थव्यवस्था में लंबी छलांग लगाई है जिसका श्रेय स्मार्टफोन को तेजी से अपनाने और पारम्परिक एसएमबी (छोटे और मझोले उद्यमों) के बढ़ते डिजिटलीकरण को जाता है।
उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य है हम जो भी करते हैं, उसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता को शामिल कर मनुष्य की प्रतिभा को बढ़ाएं। हम एआई सेवाओं और उपायों का सशक्त मंच प्रदान करते हैं जो हमारे डेवलपरों और भागीदारों द्वारा बनाए जा रहे नवाचार को तेजी प्रदान करता है और अधिक सुलभ बनाता है। हम भारत में प्रौद्योगिकी के अंगीकार (एडॉप्शन) करने को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारत में ‘बिल्डर’ प्लेटफार्म के लांच करने के लिए इंजिनियर डॉट एआई के साथ भागीदारी करने के प्रति उत्साहित हैं।