कृषि व पशुपालन क्षेत्र में किसानों को अब आसानी से मिलेगा ऋण
ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाया जाएगा बैकिंग सुविधाओं का दायरा
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समावेशन व वित्तीय साक्षरता पर लोगों को जागरूक करने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि बैंकिंग सुविधाओं का लाभ सूदूरवर्ती क्षेत्रों व कमज़ोर तबकों तक पहुंचना चाहिए। इसके लिए बैंकों को मिशन के तौर पर काम करना होगा।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की 65 वीं बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने सहित केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं में बैंकों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण है।
” किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कृषि की सहायक गतिविधियों जैसे कि डेयरी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन के लिए बैंक ऋण आसानी से उपलब्ध कराए जाने चाहिए।” सीएम ने आगे कहा।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति के मुताबिक प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के अंतर्गत 17,82,842 व प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 4,83,334 व्यक्तियों को पंजीकृत किया गया है। किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लक्ष्य के तहत बैंकों द्वारा कृषि की सहायक गतिविधियों में 2,399 करोड़ रूपए के ऋण वितरित किए गए हैं। इसके अलावा बैंकों द्वारा वर्ष 2017-18 में वित्तीय साक्षरता शिविर का आयोजन कर विभिन्न फ्लेगशिप योजनाओं, डिजीटल ट्रांजेक्शन आदि के संबंध में लोगों को जागरूक किया गया है।