मोदी ने वीर सावरकर और नेहरू को याद किया
नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को हिंदुत्व प्रस्तावक विनायक दामोदर सावरकर को याद करते हुए कहा कि इस महीने की यादें उनके साथ जुड़ी हुई हैं। मोदी ने कहा, यह 1857 का वही (मई) महीना है, जब भारतीयों ने ब्रिटिश के खिलाफ अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया था। देश के कई हिस्सों में हमारे युवा और किसानों ने अन्याय के खिलाफ खड़े होकर अपनी बहादुरी दिखाई।
मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 44वें संस्करण में कहा, वह वीर सावरकर ही थे जिन्होंने मुखर होकर कहा था कि जो भी 1857 में हुआ वह विद्रोह नहीं बल्कि आजादी का प्रथम युद्ध था।
हिंदू महासभा के अध्यक्ष सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को हुआ था। देश के एक सार के रूप में सामूहिक हिंदू पहचान के लिए उन्होंने ही ‘हिंदुत्व’ शब्द का प्रयोग किया था।
मोदी ने कहा, यह भी एक अद्धभुत इत्तेफाक है कि जिस महीने आजादी के लिए पहला संघर्ष हुआ, वह वीर सावरकर जी के जन्म का महीना है।
उन्होंने कहा, सावरकर जी की शख्सियत विशेष खूबियों से भरी हुई थी। वह हथियारों और ज्ञान दोनों के उपासक थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि सावरकर एक कवि होने के साथ साथ समाज सुधारक भी थे, जिन्होंने हमेशा एकता और मित्रभाव पर जोर दिया।
मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की ओर से सावरकर के लिए कहा कि सावरकर का मतलब प्रतिभा, त्याग, तपस्या, वास्तविकता, युवा, तर्क, तीर और तलवार था।
सावरकर के बारे में विस्तृत रूप से बोलने वाले मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की 54वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए केवल एक ही वाक्य पढ़ा।
उन्होंने कहा, मेरे प्यारे देशवासियों, आज 27 मई है, आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की पुण्यतिथि। मैं पंडित जी को अपना प्रणाम करता हूं।