एक मीठी-सी प्रेम कहानी है ‘वैलेंटाइन बाबा’ : शशिकांत मिश्र
नई दिल्ली, 25 मई (आईएएनएस)| ‘नॉन रेजिडेंट बिहारी’ पुस्तक की सफलता के बाद शशिकांत मिश्र की एक और दिलकश पेशकश ‘वैलेंटाइन बाबा’ का शुक्रवार को दिल्ली के ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर में लोकार्पण किया गया।
‘वैलेंटाइन बाबा’ उपन्यास बागी बलिया की मिट्टी से उपजी एक मीठी-सी प्रेम कहानी है, जिसमें बलिया से दिल्ली तक जीने की तमाम जद्दोजहद है। लोकार्पण समारोह के बाद पत्रकार प्रकाश के रे ने लेखक शशिकांत मिश्र से पुस्तक पर काफी रोचक चर्चा की और लेखक ने उपन्यास के कई दिल छू लेने वाले पहलुओं को उजागर किया। यह पुस्तक राधाकृष्ण प्रकाशन के फंडा उपक्रम द्वारा प्रकाशित किया गया है।
पुस्तक के बारे में लेखक शशिकांत मिश्र ने कहा, यह पुस्तक प्यार के अलग-अलग तरीकों और रंगों को दर्शाती है। मुझे यह किताब लिखने की प्रेरणा ब्रेक बुक्के से मिली। यह ब्रेक बुक्के का मामला पहली बार न्यूज में अभिनेत्री जिया खान के आत्महत्या के बाद सामने आया था।
लेखक ने कहा, मैंने अपनी यह पुस्तक अपने फेसबुक दोस्त पार्थ को समर्पित की है जिसकी सड़क हादसे में मृत्य हो गई। पार्थ के पिता उसके फेसबुक के जरिये मेरे संपर्क में थे, मगर कुछ महीने पहले दुर्भाग्यवश पार्थ के पिता की भी मृत्यु हो जाने से उनसे मिलना नहीं हो पाया और आज लोकार्पण में पार्थ की माता अल्पना बाजपेयी को आमंत्रित किया है।