मप्र विधानसभा चुनाव बिना चेहरे के लड़ेगी कांग्रेस : कमलनाथ
भोपाल, 20 मई (आईएएनएस)| कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने एक बार फिर इशारों-इशारों में साफ कर दिया है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में किसी एक नेता को अपना चेहरा नहीं बनाएगी। पार्टी के प्रदेश कार्यालय में नवनियुक्त प्रवक्ताओं, पैनेलिस्टों के प्रबोधन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश के पीड़ित किसान, असुरक्षित महिला, बेरोजगार नौजवान ही चुनाव में कांग्रेस पार्टी के चेहरे होंगे। कांग्रेस इन्हीं लाखों चेहरों के साथ चुनाव लड़ेगी, न कि किसी नेता को चेहरा बनाकर।
कमलनाथ ने आगे कहा कि पहली बार जनता का हर वर्ग भाजपा सरकार से त्रस्त है और भाजपा आम जनता के सवालों का जबाव देने की स्थिति में नहीं है। इस बार आम जनता झूठ और वादाखिलाफी का हिसाब लेने के लिए चुनाव लड़ेगी।
पार्टी के प्रदेश प्रमुख ने कांग्रेस प्रवक्ताओं से कहा, आप कांग्रेस की संस्कृति, सभ्यता और विचारधारा में विश्वास रखते हैं, इसी कारण आपको चुना गया है। प्रवक्ता भाजपा के हर झूठ का करारा जवाब दें। राष्ट्रभक्ति और राष्ट्रीयता की ऊंची-ऊंची बात करने वाली भाजपा में कोई स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं हुआ और इसलिए अपना मुंह छिपाने के लिए भाजपा देश के बड़े नेताओं पर भी कीचड़ उछालने और गड़े मुर्दे उखाड़कर उसमें झूठ जोड़ने का काम करती है। यह ध्यान रखकर उसे बेनकाब करें।
वहीं, प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा, कांग्रेस में नए टैलेंट को बिना किसी राजनीतिक व्यक्ति की सिफारिश पर मौका देने की प्रक्रिया शुरू हुई है। हमने ‘हाथ से हाथ मिलाओ’ मिशन चलाकर प्रतिभाओं को जोड़ा है। हमें देश और कांग्रेस का इतिहास क्या है, इसका गहन अध्ययन करके आरएसएस और भाजपा द्वारा फैलाए जा रहे झूठ का पर्दाफाश करना है।
एआईसीसी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जिम्मेदार राजनेता का ध्यान श्मशान-कब्रिस्तान, कब-कौन किससे मिलने किस जेल में गया, जैसे हल्के सवालों में न रहकर राष्ट्र निर्माण में रहता है। कांग्रेस पार्टी ने देश को स्थिरता और विकास के नए आयाम दिए हैं। भाजपा विकास के मुद्दे पर कांग्रेस का सामना नहीं कर सकती, इसलिए वह हर चुनाव में धर्म और जाति के आधार पर समाज को बांटने और नफरत फैलाने की कोशिश करती है।
मीडिया प्रभारी मानक अग्रवाल ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा संचार विभाग के लिए तय किए गए कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए प्रवक्ताओं से पार्टी संगठन और मीडिया के मध्य सामंजस्य स्थापित करने की जिम्मेदारी पर जोर दिया।