उत्तराखंड के सभी थाने हुए ऑनलाइन, तेज़ी से अपराधियों का पता लगाने में मिलेगी मदद
उत्तराखंड की जनता दर्ज करा पाएगी रियल टाइम में एफआईआर
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को सीसीटीएनएस की उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक आयोजित की गई। सचिवालय में आयोजित बैठक में मुख्य सचिव ने सीसीटीएनएस को और अधिक कारगर बनाने पर ज़ोर दिया गया।
मौजूदा समय में राज्य के 156 पुलिस थाने सीसीटीएनएस से जुड़ गए हैं। पौड़ी जनपद में खुले पैठानी और थलीसैंण दो नए थानों को जोड़ने की कार्रवाई चल रही है। बैठक में यह तय किया गया कि नेशनल डेटा सेंटर से चल रहे सीसीटीएनएस को अब राज्य में स्थापित हो रहे स्टेट डेटा सेंटर में होस्ट किया जाएगा। इसके लिए अलग से सर्वर स्थापित किया जाएगा।
इसके साथ-साथ मुख्य सचिव ने बताया कि राज्य में सीसीटीएनएस-क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम की मदद से अब सभी थाने ऑनलाइन हो गए हैं। सभी थाने देश के प्रमुख थानों से जुड़ गए हैं। इस सुविधा की शुरूआत होने के बाद अब अपराधियों का पता लगाने और अपराध को उजागर करने में पुलिस को मदद मिलेगी।
इस सुविधा की मदद से अब उत्तराखंड की जनता रियल टाइम में एफआईआर दर्ज करा पाएगी। सीसीटीएनएस के दूसरे चरण के लिए भारत सरकार से स्वीकृति मिल गयी है। इससे सीसीटीएनएस परियोजना को इंटेरोपेराबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम से इंटिग्रेटेड किया जाएगा। इसके अलावा न्यायालय जेल, फॉरेंसिक लैब, अभियोजन कार्यालयों का ऑटोमेशन विकसित किया जा रहा है।