IANS

कर्नाटक चुनाव : येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता

बेंगलुरू, 16 मई (आईएएनएस)| कर्नाटक में विधानसभा चुनाव की मतगणना में त्रिशंकु विधानसभआ की तस्वीर सामने आने के एक दिन बाद बुधवार को सबकी निगाहें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी थी कि वे सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे या बहुमत वाले गठबंधन को और यह तस्वीर देर शाम साफ हो गई जब भाजपा को सरकार गठन का न्योता मिल गया। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी भाजपा को बहुमत के जादुई आंकड़े (112) से आठ सीट कम 104 सीटें मिलीं वहीं कांग्रेस को 78 एवं जेडीएस को 38 सीटें मिली। ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन ने कुमारस्वामी के नेतृत्व में बहुमत के बल पर राज्यपाल के समक्ष सरकार गठन का दावा पेश किया था।

सरकार गठन को लेकर बुधवार को दिनभर अटकलों का दौर जारी रहा और सभी निगाहें राज्यपाल पर टिकी रहीं कि वे सरकार गठन के लिए किसे बुलाते हैं।

गोवा, मेघालय और मणिपुर की थोड़ा पहले की सियासी तस्वीरों की नजीर सामने है। जिन हालातों में राज्यपालों ने बहुमत वाले गठबंधन को वहां सरकार बनाने का न्योता दिया, ऐसे में सवाल उठ रहा था कि क्या वैसा ही न्योता कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को यहां मिलेगा या सबसे बड़े दल भाजपा को? लेकिन ऐसा हो न सका और राज्यपाल का विवेक भारी पड़ा और उन्होंने सबसे बड़ी पार्टी को सरकार गठन का न्योता दिया।

दिनभर चली गहमागहमी के बीच जेडीएस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया और कहा कि विधायकों को 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है।

कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने बुधवार को भाजपा विधायक दल के नेता बी.एस. येदियुरप्पा को नई सरकार गठित करने और गुरुवार को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया।

भाजपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता वामनाचार्य ने यहां आईएएनएस से कहा, हमें राजभवन से एक पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें येदियुरप्पा को सरकार गठन करने और सुबह 9.30 बजे शपथ ग्रहण करने के लिए कहा गया है।

शहर के मध्य स्थित राजभवन के लान में ग्लास हाउस में येदियुरप्पा एक साधारण समारोह में कड़ी सुरक्षा के बीच अकेले शपथ ग्रहण करेंगे।

वामनाचार्य ने कहा कि राज्यपाल ने पार्टी नेताओं और नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है।

लेकिन खबर लिखे जाने तक राजभवन से मीडिया को कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।

इससे पहले भाजपा के नवनिर्वाचित विधायकों ने बुधवार को बी.एस.येदियुरप्पा को विधायक दल का नेता चुना और येदियुरप्पा ने उसके बाद राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया।

येदियुरप्पा ने यहां राज्यपाल वजुभाई आर. वाला से राजभवन में मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, हमने 104 नवनिर्वाचित विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश किया है।

येदियुरप्पा ने कहा, मैंने राज्यपाल से जल्द से जल्द मुख्यमंत्री के रूप में मुझे शपथ ग्रहण करने की अनुमति देने का आग्रह किया है और राज्यपाल ने जल्द ही उचित निर्णय लेने की बात कही है।

उधर जेडीएस के अध्यक्ष कुमारस्वामी को दल का नेता चुना गया और कुमारस्वामी के साथ कांग्रेस के नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर सरकार गठन के लिए आमंत्रित करने का आग्रह किया। कांग्रेस-जेडीएस ने 117 विधायकों के समर्थन की सूची भी राज्यपाल को सौंपी।

राज्य में 12 मई को 222 निर्वाचन क्षेत्रों में हुए चुनाव में भाजपा को 104 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को 78 व जेडी(एस) को अपनी सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ 38 सीटों पर जीत हासिल हुई है। ऐसे में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला और राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति है।

भाजपा को राज्य विधानसभा में बहुमत के जादुई आंकड़े 112 सीटों से आठ सीटें कम हासिल हुई हैं।

इसी से जुड़े एक घटनाक्रम में पार्टी के शहर के उत्तरपश्चिम उपनगर के राजाजीनगर के विधायक एस. सुरेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व इसके नेताओं द्वारा जनता दल (सेकुलर) पर भाजपा की ‘बी-टीम’ होने का आरोप लगाए जाने के बाद पार्टी का जेडी(एस) को समर्थन देना ‘बेशर्मी’ है।

कुमार ने संवाददाताओं से कहा, जेडी(एस) को भाजपा की बी-टीम करार देने के बाद पराजित कांग्रेस का जेडी(एस) को बिना शर्त समर्थन देना स्तब्ध करने वाला है।

कांग्रेस ने मंगलवार को राज्य में सरकार बनाने के लिए जेडी(एस) को बिना शर्त समर्थन दिया है।

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