हिरासत में मौत मामले में सरकार की कार्रवाई अपर्याप्त : केरल कांग्रेस
तिरुवनंतपुरम/कोच्चि, 12 मई (आईएएनएस)| केरल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि 26 वर्षीय युवक की हिरासत में मौत के मामले में कुछ पुलिस अधिकारियों की गिरफ्तारी और एर्नाकुलम के पुलिस अधीक्षक(ग्रामीण) ए.वी. जार्ज का निलंबन पर्याप्त नहीं है। इससे पहले पुलिस हिरासत में श्रीजीत की मौत के संबंध में एक सब-इंस्पेक्टर और तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया था, जबकि जार्ज को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया था।
यह मामला तब शुरू हुआ, जब लोगों के एक समूह ने 56 वर्षीय वसुदेवन को धमकाया, जिसके बाद उसने अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
विशेष पुलिस दल ने इस संबंध में दो और नौ वर्षीय बच्चे के पिता श्रीजीत को सात अप्रैल को हिरासत में लिया और उसके ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने व दंगा करने का आरोप लगाया। इसके बाद श्रीजीत को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी नौ अप्रैल को मौत हो गई।
कांग्रेसनीत विपक्षी पार्टियों ने युवक के मौत मामले में सरकार और मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन पर जार्ज को बचाने का आरोप लगाया। विजयन राज्य में गृह मंत्रालय का भी जिम्मा संभालते हैं।
विपक्षी नेता रमेश चेन्निथला ने यहां कहा, चीजें अब स्पष्ट हो गई हैं कि जार्ज को विजयन और माकपा द्वारा बचाया जा रहा था। इसलिए सिर्फ निलंबन से काम नहीं चलेगा, उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए।
श्रीजीत की मां ने शनिवार को मीडिया से कहा कि स्थानीय माकपा नेता के कहने पर श्रीजीत को गिरफ्तार करने की साजिश रची गई और यह निर्णय लेने के लिए बैठक की गई कि जो भी वसुदेवन के घर में घुसा था उसे गिरफ्तार किया जाए।
चेन्निथला ने कहा कि कोच्चि में माकपा नेता की भूमिका की जांच होनी चाहिए।
इस बीच, पुष्ट सूत्रों के मुताबिक, राज्य पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा ने मामले में जांच रिपोर्ट विजयन को सौंप दी है।