छग : नोटबंदी के दौरान नक्सलियों ने खपाए 92 लाख के पुराने नोट
राजनांदगांव, 10 मई (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ में 5 मई को गिरफ्तार किए गए नक्सलियों के सहयोगी अश्वनी वर्मा ने हिरासत में पूछताछ के दौरान बताया कि नोटबंदी के दौरान नक्सलियों ने उसे 92 लाख रुपए के पुराने नोट दिए थे।
पुलिस की रिमांड में पूछताछ के दौरान आरोपी ने कई राज खोले हैं। उसकी निशानदेही पर खैरागढ़ पुलिस ने नक्सलियों के रुपये को जब्त कर लिया है।
खैरागढ़ थाना प्रभारी मुकेश यादव ने कहा, जिले के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश और मार्गदर्शन में आरोपी से खैरागढ़ क्षेत्र के अन्य नक्सल सहयोगियों, नक्सलियों के आने-जाने के रास्ते, क्षेत्र के नक्सली कमांडरों और नक्सलियों के एकत्रित सामान के बारे में जानकारी मिली है। पुलिस का नक्सल विरोधी अभियान निरंतर जारी रहेगा।
यादव ने कहा, आरोपी ने पूछताछ में बताया कि नोटबंदी के दौरान नक्सलियों ने उसे 92 लाख रुपए के पुराने नोट दिए थे। इसे बदलकर आरोपी ने 33 लाख की कृषि भूमि, चार लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात, एक स्वराज माजदा, एक महिंद्रा डीआई पिक-अप और एक मोटरसाइकिल खरीदी थी। इस दौरान उसने नक्सलियों को 30 लाख रुपये के नए नोट भी वापस कर दिए थे। नक्सलियों को जरूरत के मुताबिक वह दैनिक उपयोग की सामग्रियां पहुंचाया करता था। रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने आरोपी अश्वनी वर्मा के इस खुलासे के बाद खैरागढ़ नगर के कुछ बड़े नामचीन व्यापारियों से भी पूछताछ की है। अश्वनी वर्मा की तर्ज पर नक्सलियों ने और लोगों के माध्यम से अपनी रकम नोटबंदी के दौरान खपाई थी। आरोपी के कबूलनामे के बाद कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिसकी पुलिस जांच कर रही है।