राहुल ने मुख्यधारा के मुद्दों पर कांग्रेस को हाशिये की पार्टी बना दिया : जेटली
नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)| वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव जैसे मुख्यधारा के मुद्दों पर ‘हाशिए’ (फ्रिंज) की पार्टी की तरह काम कर रही है। पार्टी इन मुद्दों पर ‘फोरम शॉपिंग’ (जिसमें वाद दायर करने वाला अपनी सहूलियत के हिसाब से किसी खास अदालत में जाता है ताकि उसकी बात सुनी जा सके) करना चाहती है और असफल होने पर कदम वापस खींच लेती है। दो कांग्रेस सांसदों ने राज्यसभा सभापति द्वारा प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिला की थी। इस याचिका को वापस लिए जाने के कुछ घंटे बाद, जेटली ने कहा कि कांग्रेस की पारंपरिक सहयोगी पार्टियों में से कई ऐसी थीं जो न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को समर्थन नहीं दे रही थीं क्योंकि वे न्यायपालिका के साथ टकराव पर तैयार नहीं थीं।
एक फेसबुक पोस्ट में, वित्त मंत्री ने राज्यसभा सभापति द्वारा महाभियोग प्रस्ताव को खारिज करने को सर्वोच्च न्यायालय में दी गई चुनौती को ‘पूरी तरह से गलत, खराब तरीके से तैयार किया गया और तात्पर्य की कमी’ के रूप में वर्णित किया।
जेटली ने कहा, अगर महाभियोग प्रस्ताव अरक्षणीय था, तो राज्यसभा सभापति के आदेश को चुनौती देने वाली रिट याचिका अनुपयोगी थी।
जेटली ने कहा कि सभापति द्वारा प्रस्ताव को खारिज कर देना विधायी प्रक्रिया का हिस्सा है और यह न्यायिक समीक्षा के अधीन नहीं है।
जेटली ने कहा, लेकिन, कांग्रेस ने इस मामले को सुनने के लिए अपनी पसंद का खंडपीठ चुनने की रणनीति बनाई, ताकि एक बेहद मामूली मामले पर अदालत के समक्ष बहस कराने के लिए इसे किसी पीठ को भेजा जा सके। कांग्रेस अपनी गेंदबाजी के लिए मनमाफिक पिच की तलाश में थी।