ग्रीनप्लाई का 800 करोड़ का चित्तूर संयंत्र जून में शुरू होगा
नई दिल्ली, 7 मई (आईएएनएस)| वूड पैनल्स निर्माता ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लि. ने सोमवार को कहा कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर में उसका नया संयंत्र जून के अंत तक शुरू हो जाएगा। कंपनी ने बताया कि इस संयंत्र में उसने कुल 800 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। कंपनी ने एक बयान में कहा, नया संयंत्र एशिया का सबसे बड़ा एमडीएफ (मीडियम डेंसिटी फायरबोर्ड) संयंत्र होगा।
ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज की ईपीडी डिविजन ने सोमवार को अपने लोकप्रिय ब्रांड्स ग्रीन पैनलमैक्स और ग्रीन फ्लोरमैक्स को मिलाकर नया ‘ग्रीनपैनल’ बनाने की भी घोषणा की। अब से एमडीएफ, वूड फ्लोर्स, प्लाई वूड, वेनीर्स एवं दरवाजों का निर्माण, वितरण और विपणन ब्रांड ‘ग्रीनपैनल’ के तहत किया जाएगा।
ग्रीनप्लाई इंडस्ट्रीज लि. के संयुक्त प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शोभन मित्तल ने बताया कि आने वाले समय में अपार संभावनाओं के मद्देनजर नए ब्रांड की अवधारणा पेश की गई है।
उन्होंने कहा कि आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित आधुनिक संयंत्र वुड पैनल के निर्माण के लिए ग्रीनप्लाई की दूसरी एमडीएफ परियोजना है, जिसका पहला हाइटेक संयंत्र उत्तराखण्ड के रुद्रपुर में है।
उन्होंने कहा, 200 एकड़ में फैले चित्तूर संयंत्र की सालाना उत्पादन क्षमता 3,60,000 सीबीएम होगी। यह एशिया का सबसे बड़ा विनिर्माण संयंत्र होने के साथ ही तकनीकी दृष्टि से सबसे आधुनिक है तथा सर्वश्रेष्ठ यूरोपीय प्रौद्योगिकी से युक्त है। चित्तूर में नए संयंत्र का संचालन शुरू हो जाने के बाद इनकी संयुक्त सालाना क्षमता 5,40,000 घन मीटर (उत्तराखंड के पटनानगर में पहले से संचालित रुद्रपुर संयंत्र को मिलाकर) हो जाएगी।
मित्तल ने कहा, भारतीय बाजार में आज भी पुराने तरीकों से फर्नीचर बनाया जाता है, हालांकि उपभोक्ता हमेशा टिकाऊ एवं आकर्षक इंटीरियर के साथ आधुनिक वुड पैनल समाधानों की उम्मीद रखते हैं।