ग्राम पंचायतों में खुलेंगे फार्म मशीनरी बैंक, मिलेंगे सस्ते कृषि यंत्र
देहरादून में राज्य स्तरीय गोष्ठी एवं फार्म मशीनरी बैंक मेले में शामिल हुए सीएम
उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में लघु और सीमांत किसानों की मदद करने के लिए सरकार फार्म मशीनरी बैंक खोलने जा रही है। इन बैंक की मदद से किसान सस्ते और उपयोगी कृषि यंत्र खरीद सकेंगे।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शुक्रवार को परेड ग्राउंड देहरादून में राज्य स्तरीय गोष्ठी एवं फार्म मशीनरी बैंक मेले में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कृषि यंत्रों, विभिन्न प्रकार के फलों, सब्जियों व स्थानीय उत्पादों पर लगाई गई आजीविका से जुड़ी प्रर्दशनी का भी उद्घाटन किया।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी 13 जिलों के 13 स्वयं सहायता समूहों को फार्म मशीनरी बैंक के लिए लगभग एक करोड़ रूपए के चैक वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कृषि विभाग की कई योजनाओं पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री ने समारोह में कहा कि कृषि और उससे सम्बन्धित कार्यों के लिए जितना बजट प्रदेश को पिछले 17 वर्षों में मिला था, उससे अधिक बजट राज्य को अगले तीन सालों के लिए मिला है।
कार्यक्रम में शामिल हुए सचिव कृषि, उत्तराखंड डी. सेंथिल पांडियन ने कहा,” प्रदेश में अधिकतर लघु और सीमांत किसान हैं, जो कि आवश्यकता के हिसाब से कृषि यंत्र खरीदने में सक्षम नहीं होते हैं। इसके लिए हम प्रथम चरण में प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर और दूसरे चरण में ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक फार्म मशीनरी बैंक स्थापित करेंगे। इन बैंक में किसान किफायती यंत्र खरीद पाएंगे।”
फाॅर्म मशीनरी बैंक में मुख्यरूप से पावर टिलर, पावर विडर, थ्रेशर ,मल्टी क्राप थ्रेशर, रोटावेटर, सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर, ब्रश कटर, हैरो, कल्टीवेटर, सीड ड्रिल, रीपर कम बाईपर, पशुचालित यंत्र, छोट कृषि यंत्र, जल पंप, मानव चलित यंत्र, पावर स्प्रेयर, पंप सेट, जल संवहन पाईप जैसे कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे।
”राज्य सरकार द्वारा पंडित दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता कृषि कल्याण योजना के तहत लघु एवं सीमान्त कृषकों को मात्र दो प्रतिशत ब्याज पर एक लाख रूपए तक का ऋण दिया गया। इसके तहत सवा लाख किसानों को लगभग 600 करोड़ रूपए का ऋण दिया गया है।” मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किसानों से कहा।