बुनकरों के सर्वागीण विकास पर ध्यान दें : स्मृति
नई दिल्ली, 27 अप्रैल (आईएएनएस)| केंद्रीय वस्त्र मंत्री स्मृति ईरानी ने राज्यों के मंत्रियों और उनके प्रतिनिधियों से वस्त्र उद्योग के विकास के लिए निर्णय लेने में प्रभावी भूमिका निभाने का आह्वान किया है।
बुनकरों और कारीगरों के सर्वागीण विकास की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने केंद्र और राज्यों के अधिकारियों से केंद्र सरकार की योजनाओं (उज्जवला योजना, स्वच्छता अभियान और वस्त्र मंत्रालय) का लाभ सुनिश्चित कराने का आग्रह किया। स्मृति ने गुरुवार को यहां राज्यों के वस्त्र मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इंडिया हैंडलूम ब्रांड बुनकर, निर्माताओं और उपभोक्ताओं के बीच एक कड़ी है, जो बुनकरों के लिए अधिक आय और उपभोक्ताओं के लिए गुणवत्तापूर्ण उत्पाद सुनिश्चित करती है।
उन्होंने बैठक में उपस्थित लोगों से भागीदार को अपने उत्पाद इंडिया हैंडलूम ब्रांड से पंजीकृत कराने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने राज्यों के मंत्रियों से लक्ष्य निर्धारित करने और हथकरघा और हस्तशिल्प कलस्टर में गतिविधियों की समीक्षा करने का आग्रह किया।
ईरानी ने बुनकरों और शिल्पकारों को शिक्षित करने की आवश्यता पर जोर देते हुए वस्त्र मंत्रालय के कार्यक्रमों द्वारा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) में नामांकन की आवश्यकता पर जोर दिया।
उल्लेखनीय है कि हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र की केंद्र सरकार की योजनाओं पर विस्तृत चर्चा के लिए यहां राज्यों के वस्त्र मंत्रियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में केंद्रीय वस्त्र सचिव अनंत कुमार सिंह ने बुनकरों और कारीगरों की पहचान करने और केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी निभाने में राज्य सरकारों की अहम भूमिका पर ध्यान खींचा।
बैठक में विकास आयुक्त ने हथकरघा और हस्तशिल्प क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं पर विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के वस्त्र मंत्रियों ने भाग लिया।