चेन्नई : तमिलनाडु में आज का दिन एआईडीएमके की प्रमुख जे. जयललिता की जीत के पर्व का रहा। दरअसल आज जयललिता ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री के तौर पर 6 ठी बार शपथ ग्रहण की। इस दौरान राज्य के इतिहास में वर्ष 1984 के बाद पहली बार हुआ कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार सत्ता में आई। मुख्यमंत्री जयललिता ने क्षेत्रीय भाषा में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद उनके मंत्रिमंडल में शामिल 28 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की।
हालांकि उनके मंत्रिमंडल में मंत्रियों को वे ही मंत्रालय दिए गए हैं जो पहले दिए गए थे। वितरण नहीं हुआ है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 1984 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी पार्टी की सरकार लगातार दो बार चुनकर आई। जयललिता 7 वीं बार राज्य की मुख्यमंत्री बनी हैं। उनकी कैबिनेट में पन्नीरसेल्वम भी शामिल हैं। पन्नीरसेल्वम ने जयललिता पर आय से अधिक संपत्ती का मामला दर्ज होने के बाद कुछ समय के लिए सत्ता संभाली थी।
उल्लेखनीय है कि जे. जयललिता का शपथ ग्रहण समारोह मद्रास यूनिवर्सिटी के शताब्दी ऑडिटोरियम में हुआ। मुख्यमंत्री जे. जयललिता को और अन्य मंत्रियों को राज्यपाल के. रोसैया ने शपथ दिलवाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद अम्मा अर्थात् मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने जनता से किए गए अपने वायदों को निभाया है। मुख्यमंत्री बनने के बाद ही उन्होंने किसानों को राहत दी है। यही नहीं उन्होंने राज्य से शराब की 500 रीटेल शॉप क्लोज़ करने का निर्णय भी लिया है। उन्होंने फसलों के लिए ऋण लेने वाले किसानों का कर्जा माफ कर दिया यही नहीं महिलाओं के हित में भी उनहोंने निर्णय लिया। उन्हांने 100 यूनिट बिजली मुफ्त दने की घोषणा की।
छात्राओं को मुफ्त नाश्ता देने की योजना शुरू करने को लेकर भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने हैंडलूम का काम करने वालों को 200 यूनिट विद्युत मुफ्त देने का निर्णय भी लिया। इतना ही नहीं बेटियों की शादी में 8 ग्राम सोना देने के निर्णय पर भी उन्होंने हस्ताक्षर किए। गौरतलब है कि जयललिता पहले भी अम्मा दवा, अम्मा खाना आदि योजना संचालित कर चुकी हैं। इन योजनाओं ने गरीबों को लाभान्वित किया है।