संगठित क्षेत्र में और महिलाओं को लाना भारत की प्राथमिकता हो : आईएमएफ
संयुक्त राष्ट्र, 21 अप्रैल (आईएएनएस)| भारत को श्रम सुधारों को जारी रखते हुए संगठित क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को काम मिले, यह सुनिश्चित करना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के एशिया प्रशांत विभाग के उपाध्यक्ष केन कांग ने यह बात कही।
केंग ने वाशिंगटन में शुक्रवार को एक समाचार सम्मेलन में कहा, हाल के वर्षो में भारत में सुधार में काफी महत्वपूर्ण प्रगति की है। लेकिन आगे उसे तीन चीजों पर ध्यान देना चाहिए। उत्पाद और श्रम बाजार में लगातार सुधार जारी रखते हुए, व्यापार वातावरण में सुधार करते हुए महिलाओं की संगठित क्षेत्र में भागीदारी बढ़ानी चाहिए तथा जटिल नियमों को कम करना चाहिए। इसके अलावा विशेष रूप से कृषि क्षेत्र और वितरण नेटवर्क में आपूर्ति की बाधाओं को दूर करना चाहिए।
भारत की प्रमुख सुधार उपलब्धियों में से एक के रूप में उन्होंने ‘लचीली मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण और एक सांविधिक मौद्रिक नीति की शुरुआत का उल्लेख किया, जिसने मौद्रिक नीति ढांचे को मजबूत करने में मदद की है।’
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अधिनियम में वर्ष 2016 में संशोधन किया गया, ताकि एक मौद्रिक नीति समिति का गठन किया जा सके, जो सरकार द्वारा बैंकों से विचार-विमर्श के बाद तय किए गए मुद्रास्फीति लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए ब्याज दरों पर फैसला कर सके।